ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

इतिहास के पन्नों मेंः 10 मई

Photo Source :

Posted On:Sunday, May 9, 2021

नेल्सन मंडेला की ताजपोशीः नस्लभेद के खिलाफ मुहिम में पूरी ज़िंदगी लगा देने वाले नेल्सन मंडेला दक्षिण अफ्रिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने। वे 10 मई 1994 से 14 जून 1999 तक इस पद पर रहे। इससे पहले 1993 में उन्हें एफडब्लूडी क्लार्क के साथ संयुक्त रूप से नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नेल्सन मंडेला के राष्ट्रपति बनने का सफर बेहद चुनौतीपूर्ण और कड़ी यातनाओं से भरा रहा। राष्ट्रपति बनने से पहले वे दक्षिण अफ्रीका में सदियों से चल रहे नस्लवाद का विरोध करने वाले अफ्रीकी नेशनल कॉंग्रेस और इसके सशस्त्र गुट `उमखोंतो वे सिजवे' के अध्यक्ष रहे। अपने संघर्ष के दौरान उन्होंने 27 साल रॉबेन द्वीप पर बने कारागार में बिताए जहां उन्होंने कोयला खनिक के रूप में काम किया। 1990 में एक समझौते के बाद उनकी रिहाई हुई और वे दुनिया भर में रंगभेद के खिलाफ स्वर उठाने वालों के प्रतीक और उनके लिए आदर्श व्यक्तित्व बने। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने उनके जन्मदिन को नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया।
 
अन्य अहम घटनाएंः
 
1427ः इटली के खोजकर्ता और नाविक कोलंबस ने कायमान द्वीप की खोज की।
 
1526ः पानीपत की लड़ाई जीतकर मुगल शासक बाबर देश की तत्कालीन राजधानी आगरा पहुंचा।
 
1655ः ब्रिटिश सेना ने जमैका पर कब्जा किया।
 
1857ः अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत। मेरठ की तीनों रेजिमेंट के सिपाहियों ने बगावत का झंडा लेकर दिल्ली कूच किया।
 
1945ः रूसी सेना ने चेक गणराज्य की राजधानी प्राग पर कब्जा किया।
 
1959ः सोवियत सेना अफगानिस्तान पहुंची।
 
1972ः अमेरिका ने नेवादा में परमाणु परीक्षण किया।
 
1993ः संतोष यादव दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर एवरेस्ट पर दो बार पहुंचने वाली पहली महिला पर्वतारोही बनीं।
 


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.