जयपुर, राजस्थान। द्रिक पंचांग के अनुसार, आज 13 नवंबर 2025, गुरुवार के दिन मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित है, अतः इस दिन पूजा-अर्चना और व्रत-उपवास का विशेष महत्व माना जाता है। पंचांग ज्योतिष गणनाओं का एक संग्रह है, जिसके माध्यम से आज की तिथि, पक्ष, करण, योग, नक्षत्र, और शुभ-अशुभ मुहूर्तों की सटीक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
आज का पंचांग: तिथि, नक्षत्र और योग
मार्गशीर्ष मास में पड़ने वाली यह नवमी तिथि कई शुभ संयोगों से युक्त है। आज के दिन प्रमुख तिथियाँ और खगोलीय स्थितियाँ इस प्रकार हैं:
| विवरण |
स्थिति |
| तिथि |
नवमी |
| माह |
मार्गशीर्ष |
| पक्ष |
कृष्ण पक्ष |
| दिन |
गुरुवार |
| करण |
तैतिल, गर और वणिज |
| नक्षत्र |
मघा और पूर्वाफाल्गुनी |
| योग |
ब्रह्म, इंद्र और वैधृति |
| दिशाशूल |
दक्षिण |
सूर्योदय और चंद्रास्त का समय
आज सूर्योदय सुबह 06:42 बजे होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 05:28 बजे निर्धारित है। चंद्र ग्रह का उदय अगले दिन, यानी 14 नवंबर को सुबह 01:20 बजे होगा और चंद्रास्त आज शाम 01:41 बजे होगा। दिन का शुभ और अशुभ समय जानने के लिए पंचांग का अवलोकन करना महत्वपूर्ण है।
नवग्रहों की वर्तमान स्थिति
ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 13 नवंबर 2025 को नवग्रहों की स्थिति विभिन्न राशियों में इस प्रकार है, जो जातक के जीवन पर अपना प्रभाव डालती हैं:
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मंगल और बुध: वृश्चिक राशि में
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शुक्र और सूर्य: तुला राशि में
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गुरु और चंद्र: कर्क राशि में
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शनि: मीन राशि में
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केतु: सिंह राशि में
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राहु: कुंभ राशि में
गुरुवार का दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ बृहस्पति ग्रह (गुरु) को भी समर्पित होता है। कर्क राशि में गुरु और चंद्र का योग बनना कुछ विशेष फलदायी हो सकता है।
वास्तु और धार्मिक महत्व
चूंकि आज गुरुवार का दिन है, इसलिए इस दिन पीली वस्तुओं का दान और भगवान विष्णु की आराधना करना अत्यंत शुभ फल देता है। इसके अलावा, वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर को बुरी नजर से बचाने के लिए भी कई खास उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करना जातक के लिए लाभकारी हो सकता है। यह पंचांग धार्मिक और ज्योतिषीय गणनाओं पर आधारित है और पाठकों को दिन की शुभता और ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति से अवगत कराता है।