लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी के बाद वहां से आ रही सर्द और बर्फीली पछुआ हवाओं के कारण प्रदेश के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। कई जिलों में घने कोहरे के चलते दृश्यता बेहद कम हो गई है, जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी असर पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के 37 जिलों में घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर समेत 12 जिलों में दिन के तापमान में भारी गिरावट की चेतावनी दी गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और तराई क्षेत्रों में ठंड का असर सबसे अधिक महसूस किया जा रहा है, जहां गलन के कारण लोग घरों में रहने को मजबूर हैं।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पूर्वी यूपी में अगले दो दिनों तक कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी, जिस कारण वहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में ठंड और गलन का असर बना रहेगा। वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
राजधानी लखनऊ में भी शीतलहर का दौर जारी है। सुबह से बादल छाए हुए हैं और करीब 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चल रही हैं। प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, लखनऊ सहित कई जिलों में सीवियर कोल्ड डे की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों को 1 जनवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक ठंड और कोहरे से राहत की उम्मीद नहीं है।