अमेरिकी सेना ने कैरेबियाई सागर में एक शिप पर हमला किया है, जिसमें शिप पूरी तरह से नष्ट हो गई। हालांकि, शिप पर सवार सभी लोग सुरक्षित रहे। अमेरिकी सेना का दावा है कि यह शिप ड्रग तस्करी में शामिल थी, लेकिन पेंटागन ने इस हमले पर कोई टिप्पणी करने से साफ इनकार किया है। इस हमले के बाद अमेरिका और वेनेजुएला के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध और और अधिक बढ़ गए हैं।
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REPORTER: Why not stop the narco-terrorist boats from Venezuela with the Coast Guard instead of striking them with missiles?!
PRESIDENT TRUMP: Because we've been doing that for 30 years and it has been totally INEFFECTIVE. They have fast boats...but they're not faster than… pic.twitter.com/HpxL91GLvm
— Eric Daugherty (@EricLDaugh) October 15, 2025
संयुक्त राष्ट्र में वेनेजुएला की शिकायत
वेनेजुएला ने अमेरिका के इस हमले के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में शिकायत दर्ज करवाई है। वेनेजुएला के संयुक्त राष्ट्र राजदूत सैमुएल मोंकाडा ने एक पत्र भेजकर अमेरिका के हमले को अवैध घोषित करने की मांग की है और देश की संप्रभुता का समर्थन करने की अपील की है। उनका कहना है कि अमेरिका की ये कार्रवाइयां अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं और वेनेजुएला की आंतरिक संप्रभुता पर सीधा हमला हैं।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को ‘अवैध राष्ट्रपति’ करार दिया है। ट्रंप का कहना है कि मादुरो को वेनेजुएला की जनता का समर्थन प्राप्त नहीं है और इसी कारण से वेनेजुएला के साथ किसी भी तरह की वार्ता पर रोक लगाई गई है।
कैरेबियाई सागर में अमेरिकी सैन्य तैयारी
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने बताया कि अमेरिका ने कैरेबियाई सागर में नौसेना, मरीन और परमाणु पनडुब्बियों को तैनात कर दिया है। यह कार्रवाई अमेरिका की सुरक्षा चिंताओं और ड्रग तस्करी को रोकने के उद्देश्य से की गई है। वहीं, वेनेजुएला की सेना भी अपनी नौसेना और तटीय सुरक्षा बलों को सक्रिय कर रही है। सितंबर से अक्टूबर 2025 के बीच, अमेरिका ने वेनेजुएला की नावों पर पांच बार हमला किया है। वेनेजुएला का दावा है कि इन हमलों में 27 लोगों की मौत हुई और यह उनके देश की संप्रभुता पर हमला है। दूसरी ओर, अमेरिका का कहना है कि जिन नावों पर हमला किया गया, वे ड्रग स्मगलिंग में शामिल थीं।
CIA मिशन और अमेरिका की साजिश
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो को सत्ता से हटाने के लिए एक गुप्त CIA मिशन शुरू किया है। इसे क्लासिफाइड ऑपरेशन बताया जा रहा है और माना जा रहा है कि इस मिशन से मादुरो की जान को खतरा है। इसके अलावा, अमेरिका वेनेजुएला पर जमीनी हमले की संभावनाओं पर भी विचार कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने इस पूरे विवाद के बीच शांति बनाए रखने की अपील की है और दोनों पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हालात बिगड़े तो यह कैरेबियाई क्षेत्र में बड़े सैन्य संघर्ष का कारण बन सकता है।
राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय असर
इस हमले ने अमेरिका और वेनेजुएला के संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है। अमेरिका का दावा है कि उनका लक्ष्य ड्रग तस्करी को रोकना और क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जबकि वेनेजुएला इसे अपनी संप्रभुता पर हमला मान रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब इस क्षेत्र पर टिकी हैं, क्योंकि आगे की कार्रवाई दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति पैदा कर सकती है। इस स्थिति ने कैरेबियाई सागर में सुरक्षा और राजनीतिक स्थिरता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आने वाले हफ्तों में अमेरिका और वेनेजुएला के बीच किसी भी बातचीत या सैन्य कदम पर पूरी दुनिया की निगाहें रहेंगी।