वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी राजधानी वाशिंगटन डीसी उस वक्त सकते में आ गई, जब व्हाइट हाउस के निकट गोलीबारी की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। इस हमले में दो नेशनल गार्ड्स सहित कुल तीन लोग घायल हो गए। हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी की भी मौत की खबर नहीं है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है और इलाके की घेराबंदी कर दी है।
व्हाइट हाउस के पास हुई फायरिंग, हताहतों पर भ्रम
गोलीबारी की यह घटना व्हाइट हाउस की सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है। जानकारी के अनुसार, हमले के बाद तुरंत भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। असॉल्ट राइफल से लैस ऑफीसरों ने कई ब्लॉक्स को सील कर दिया और सड़कों को आम लोगों के लिए 'नो एंट्री ज़ोन' घोषित कर दिया। घटना के बाद वेस्ट वर्जीनिया के गवर्नर पैट्रिक मॉरिसी ने सोशल मीडिया पर शुरू में दो नेशनल गार्ड्स की मौत की बात कही थी, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्होंने अपना यह पोस्ट डिलीट कर दिया। मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने बाद में केवल हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो नेशनल गार्ड शामिल हैं। घायलों को दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने दी हमलावर को चेतावनी
इस गंभीर घटना पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने हमलावरों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "जिस जानवर ने दो नेशनल गार्ड्स को गोली मारी थी, दोनों गंभीर रूप से घायल हैं और अब दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, वह भी गंभीर रूप से घायल है, लेकिन फिर भी, उसे इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।" उन्होंने नेशनल गार्ड्स और कानून प्रवर्तन एजेंसियों की प्रशंसा करते हुए कहा, "ईश्वर हमारे महान नेशनल गार्ड्स और हमारी पूरी सेना तथा कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आशीर्वाद दे। ये सचमुच महान लोग हैं। मैं, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में, और राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़े सभी लोग, आपके साथ हैं।"
सुरक्षा बढ़ाई गई: 500 अतिरिक्त गार्ड्स की तैनाती
हमले की गंभीरता को देखते हुए, रक्षा सचिव ने तुरंत एक्शन लिया। उन्होंने डीसी की सुरक्षा में 500 अतिरिक्त नेशनल गार्ड की तैनाती की बात कही है। इस फैसले का उद्देश्य राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकना है।
FBI ने शुरू की जांच, कारण अज्ञात
FBI की वाशिंगटन फील्ड कार्यालय ने इस हमले की जांच के लिए स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया है। एफबीआई ने जांच में ज्यादा जानकारी साझा करने से मना किया है। हालांकि, गोलीबारी की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस को यह हमला किसी अफगानी हमलावर द्वारा किए जाने का संदेह है, लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है। संदिग्ध व्यक्ति पुलिस हिरासत में है और जांच दल हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने में जुटा है।