लखनऊ न्यूज डेस्क: राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या व्यक्तियों की पहचान को लेकर नगर निगम ने अभियान तेज कर दिया है। महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देशन में विभिन्न जोनों में लगातार जांच और सत्यापन किया जा रहा है। मंगलवार सुबह महापौर ने जोन-4 के गोमतीनगर विनीत खंड 6 स्थित पोर्टेबल कंपैक्टर ट्रांसफर स्टेशन (PCTS) का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान महापौर ने सफाई कर्मचारियों के दस्तावेजों की जांच कराई। विशेष रूप से असम राज्य के कर्मचारियों के पहचान पत्र और प्रमाण पत्रों का सत्यापन कराया गया। महापौर ने यह सुनिश्चित किया कि कोई भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या अवैध रूप से कूड़ा प्रबंधन या सफाई कार्य में शामिल न हो।
महापौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति केवल दस्तावेज़ों की पूरी जांच के बाद ही की जाए। सभी सफाई कर्मचारियों, हेल्परों और अन्य स्टाफ का सत्यापन अनिवार्य किया जाएगा ताकि किसी प्रकार की अवैध नियुक्ति न हो और नगर निगम की कार्यप्रणाली पारदर्शी बनी रहे।
नगर निगम जोन-4 के अधिकारियों ने महापौर को बताया कि कर्मचारियों की पहचान और सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत किया जा रहा है। महापौर ने कहा कि शहर की स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी कर्मचारी वैध दस्तावेजों के साथ नियुक्त हों। अवैध रूप से रह रहे लोगों की पहचान सतत प्रक्रिया के रूप में सावधानी और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ाई जा रही है।