लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश में स्वान 2.0 (स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क) की शुरुआत की जा रही है, जो पूरी तरह से अभेद्य होगा। यह नेटवर्क बिना वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के काम करेगा, जिससे डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और कोई भी सेंधमारी नहीं कर पाएगा। इस नेटवर्क का प्रयोग दो जिलों में सफलतापूर्वक किया गया है, और अब इसे पूरे प्रदेश के 75 जिलों के 235 तहसील और 575 ब्लॉक मुख्यालयों से जोड़ा जाएगा। इससे न केवल सुविधाएं तेज़ी से उपलब्ध होंगी, बल्कि काम भी पहले से ज्यादा तेजी से होंगे।
इस नेटवर्क की सबसे खास बात यह है कि इसके माध्यम से हैकिंग की कोई संभावना नहीं होगी, जिससे फर्जी दस्तावेज जैसे जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति, आय और निवास प्रमाण पत्र बनाना अब संभव नहीं होगा। इससे सरकारी सेवाओं की पारदर्शिता और सुरक्षा में भी वृद्धि होगी।
अब तक यूपी में इंटरनेट सेवाएं वीपीएन के जरिए प्रदान की जा रही थीं, लेकिन यूपी स्वान 2.0 के आने से वीपीएन की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी। यह नेटवर्क तहसीलों, ब्लॉकों और जिलों के स्तर पर सुनिश्चित इंटरनेट सेवाएं प्रदान करेगा, जिससे काम में गति आएगी और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जा सकेगा।
यूपी स्वान 2.0 की शुरुआत से सरकारी दफ्तरों और अन्य विभागों में तेजी से और सुरक्षित तरीके से इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह कदम राज्य सरकार की डिजिटल पहल को और मजबूत करेगा, जिससे नागरिकों को सरकारी सेवाओं का लाभ अधिक सहजता और त्वरित गति से मिलेगा।