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EPF, PPF या NPS रिटायरमेंट के लिए कौन है बेस्ट? जानें कहां मिलेगा सबसे ज्यादा रिटर्न

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Posted On:Monday, December 8, 2025

रिटायरमेंट के लिए एक मजबूत फंड बनाना हर नौकरीपेशा व्यक्ति की सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। बाज़ार में कई विकल्प हैं, लेकिन EPF (कर्मचारी भविष्य निधि), PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) और NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) तीन सबसे भरोसेमंद और लोकप्रिय सरकारी योजनाएँ मानी जाती हैं। इन तीनों में से किसमें निवेश करना आपके लिए सबसे बेहतर रहेगा, यह आपकी उम्र, जोखिम क्षमता और भविष्य की जरूरतों पर निर्भर करता है।

1. EPF: नौकरीपेशा लोगों के लिए सबसे भरोसेमंद

EPF नौकरी करने वाले लोगों के लिए सबसे सुरक्षित और अनिवार्य बचत विकल्प है।

  • योगदान: इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान हर महीने जमा होता है।

  • सुरक्षा और ब्याज: यह पूरी तरह जोखिम-मुक्त है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए इसकी ब्याज दर 8.25% तय है।

  • टैक्स लाभ: पाँच साल लगातार नौकरी करने के बाद EPF की निकासी पर कोई टैक्स नहीं लगता है।

  • उपयोगिता: नौकरी के दौरान स्वतः कटौती होने के कारण यह अनुशासित बचत की आदत डालता है। यह उन निवेशकों के लिए सबसे बेहतर है जो कम जोखिम लेना चाहते हैं।

2. PPF: टैक्स-फ्री और सुरक्षित सरकारी योजना

PPF सुरक्षित और टैक्स-फ्री रिटर्न चाहने वालों की पहली पसंद है, और यह सभी के लिए (नौकरीपेशा या गैर-नौकरीपेशा) उपलब्ध है।

  • टैक्स स्टेटस: इसे EEE (Exempt-Exempt-Exempt) स्टेटस प्राप्त है, यानी निवेश की राशि, अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी की रकम तीनों ही टैक्स-फ्री होती हैं।

  • लॉक-इन: यह 15 साल की लॉक-इन स्कीम है, जिसे 5-5 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है।

  • फ्लेक्सिबिलिटी: इसमें आंशिक निकासी और लोन लेने का विकल्प उपलब्ध है।

  • निवेश सीमा: सालाना ₹500 से लेकर ₹1.5 लाख तक निवेश की अनुमति है। यह लंबी अवधि के लिए स्थिर और सुरक्षित रिटर्न चाहने वालों के लिए एक मजबूत योजना है।

3. NPS: लंबी अवधि में सबसे ज्यादा रिटर्न

NPS उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो थोड़े जोखिम के बदले ज्यादा रिटर्न चाहते हैं। यह एक मार्केट-लिंक्ड योजना है।

  • निवेश: इसमें पैसा इक्विटी (शेयर), कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी प्रतिभूतियों में लगाया जाता है।

  • रिटर्न: लंबी अवधि में NPS ने औसतन 9-11% रिटर्न दिया है, जो EPF और PPF के मुकाबले काफी ज्यादा है।

  • नियंत्रण: निवेशक अपना फंड मैनेजर और निवेश का अनुपात (इक्विटी/बॉन्ड) खुद तय कर सकते हैं।

  • टैक्स लाभ: सेक्शन 80CCD(1B) के तहत अतिरिक्त ₹50,000 की टैक्स छूट मिलती है।

  • निकासी: रिटायर होने पर 60% रकम टैक्स-फ्री मिलती है और बाकी 40% से मासिक पेंशन (एन्युइटी) बनाई जाती है। यह युवा निवेशकों के लिए सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि उन्हें मार्केट ग्रोथ का लाभ उठाने के लिए लंबी अवधि मिलती है।

आपके लिए बेस्ट विकल्प क्या है?

विशेषज्ञों का मानना है कि रिटायरमेंट फंड को मजबूत बनाने के लिए इन तीनों योजनाओं का संतुलित संयोजन सबसे सही रणनीति है।

आयु वर्ग सुझावित रणनीति कारण
35 वर्ष तक के युवा NPS में ज्यादा निवेश लंबी अवधि में इक्विटी (NPS) बेहतर, महंगाई-रोधी रिटर्न देती है।
35 से 45 वर्ष EPF, PPF और NPS में संतुलित निवेश जोखिम और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए।
45+ वर्ष EPF और PPF पर अधिक ध्यान रिटायरमेंट के करीब जोखिम कम रखना चाहिए ताकि फंड सुरक्षित रहे।

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तीनों योजनाओं का विवेकपूर्ण मिश्रण बनाकर आप एक मजबूत, महंगाई-रोधी और स्थिर रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकते हैं।


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