लखनऊ न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ और उसके पड़ोसी जिलों में आर्थिक, औद्योगिक और शहरी विकास को नया आयाम देने के लिए स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) योजना की रूपरेखा तैयार की है। दिल्ली एनसीआर की तर्ज पर विकसित इस रीजन में लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली शामिल हैं। यह 26,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैलेगा और इसके तहत सभी जिलों में समान विकास सुनिश्चित करने के लिए विशेष रीजनल प्लान तैयार किया जाएगा। इस पहल से औद्योगिक निवेश, रोजगार और शहरी सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है।
इस योजना के तहत हाई-स्पीड रेल और अत्याधुनिक रोड नेटवर्क की सुविधा दी जाएगी, जिससे लखनऊ और आसपास के जिलों के बीच आवाजाही तेज और आसान होगी। औद्योगिक क्षेत्रों को सीधे राजधानी से जोड़ा जाएगा, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जिले की संस्कृति, धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक संपदा को जोड़कर पर्यटन सर्किट बनाया जाएगा।
कृषि और औद्योगिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। चावल, गेहूं, गन्ना, सब्जियां और दलहन की खेती को आधुनिक तकनीक और एग्री-बिजनेस हब से जोड़कर बढ़ावा दिया जाएगा। फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, आईटी और सर्विस सेक्टर में निवेश के अवसर तलाशे जाएंगे। योजना का सबसे बड़ा लक्ष्य रोजगार और व्यवसाय के अवसर बढ़ाना है, ताकि छोटे कस्बों को स्मार्ट सिटी जैसी सुविधाओं से जोड़ा जा सके।
मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने हर जिले में अलग-अलग कंसल्टेंट नियुक्त कर डेटा कलेक्शन और स्थानीय जरूरतों के अनुसार कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। अधिकारियों के अनुसार SCR परियोजना केवल प्रशासनिक ढांचे का विस्तार नहीं बल्कि छह जिलों के करोड़ों लोगों की उम्मीदों का खाका है। आने वाले वर्षों में यह परियोजना लखनऊ और उसके आसपास के जिलों को उत्तर प्रदेश के नए विकास पथ पर ले जाने में मदद करेगी।