लखनऊ न्यूज डेस्क: अयोध्या में 14 कोसी और पांच कोसी परिक्रमा को लेकर ट्रैफिक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। प्रशासन ने घोषणा की है कि 29 अक्टूबर की शाम छह बजे से बस्ती-अयोध्या फोरलेन पर भारी वाहनों के लिए रूट डायवर्जन लागू होगा। यह व्यवस्था 31 अक्टूबर की सुबह आठ बजे तक जारी रहेगी ताकि श्रद्धालुओं को परिक्रमा के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
रूट डायवर्जन के तहत गोरखपुर और संतकबीरनगर से लखनऊ की ओर जाने वाले भारी ट्रक, ट्रेलर, डीसीएम और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे वाहन गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे से होकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर डायवर्ट किए जाएंगे। वहीं, लखनऊ से गोरखपुर की दिशा में जाने वाले भारी वाहनों को अयोध्या-बस्ती फोरलेन से न ले जाकर बाराबंकी-सुल्तानपुर-अंबेडकरनगर मार्ग से होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की ओर भेजा जाएगा।
एसएसपी अयोध्या ने बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, सुल्तानपुर, गोरखपुर, अमेठी और अंबेडकरनगर के पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर इस डायवर्जन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि हल्के वाहनों जैसे कार, बस और निजी गाड़ियों पर फिलहाल कोई रोक नहीं है, लेकिन उन्हें सर्विस लेन या वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने की सलाह दी गई है। 18 अक्टूबर की रात से ही कई स्थानों पर बैरिकेडिंग लगाई जा चुकी है और डायवर्जन पॉइंट्स पर पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
यातायात विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए डायवर्जन प्लान का पालन करें। इसके अलावा, कार्तिक पूर्णिमा स्नान और मेले के दौरान भी 4 और 5 नवंबर को इसी तरह का रूट डायवर्जन लागू रहेगा। इस दौरान भारी वाहनों के आवागमन पर रोक 4 नवंबर दोपहर 12 बजे से 5 नवंबर रात 11 बजे तक रहेगी।