मुंबई, 10 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक विस्तृत अभियान में हरियाणा के फरीदाबाद से लेकर लखनऊ तक चलाए गए छापों के दौरान कुल लगभग 2,900 किलोग्राम IED असेंब्ली के लिए प्रयुक्त सामग्री — संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट समेत — जब्त करने का दावा किया है। इस कार्रवाई के क्रम में फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल शकील और लखनऊ से महिला चिकित्सक शाहीन शाहिद को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, मुजम्मिल के किराये के कमरे से रविवार को करीब 360 किलो संदिग्ध विस्फोटक पदार्थ और एक AK–56 असॉल्ट राइफल मिली, जबकि सोमवार को शाहीन की गाड़ी से कश्मीर में AK-47 राइफल, जिंदा कारतूस और अन्य सामान बरामद किया गया।
पुलिस ने बताया कि मुजम्मिल पहले फरीदाबाद की अलफलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था और उसका पैतृक नाता पुलवामा के कोइल से है; शाहीन, जिसे पुलिस ने उसकी मित्र और कथित साथ करने वाली के रूप में बताया है, कभी-कभी उसकी कार इस्तेमाल करती थी। जांच में यह भी पता चला कि मुजम्मिल ने धौज गांव में कुछ महीने पहले सामान रखने के उद्देश्य से एक कमरा किराए पर लिया था, जहां से बड़ी मात्रा में सामग्री मिली।
इससे पहले सात नवंबर को सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था, जिसे अनंतनाग का निवासी बताया गया है और जिसने पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिस की थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के कब्जे से अब तक बरामद कुल सामान और साक्ष्यों के आधार पर यह एक संगठित मॉड्यूल होने का संकेत मिलता है जो प्रतिबंधित संगठनों — जिनमें जैश-ए-मोहम्मद और अंसर गज़वात-उल-हिंद का नाम शामिल किया गया है — से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है।
पुलिस ने कहा है कि अभियुक्त विदेशी हैंडलर्स के निर्देश पर सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड संचार चैनलों के माध्यम से गतिविधियां चला रहे थे। कार्रवाई के दौरान समय के हिसाब से 20 टाइमर, बैटरी, फायरआर्म्स में एक असॉल्ट राइफल, तीन मैगजीन, 83 कारतूस, एक पिस्टल और अतिरिक्त पत्रक बरामद किए गए; सुरक्षा एजेंसियां अभी और गहराई से पूछताछ और तकनीकी जांच कर रही हैं। नेशनल सिक्योरिटी के मद्देनज़र महत्त्वपूर्ण विवरण फिलहाल सार्वजनिक नहीं किए जा रहे हैं।
फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि लगभग 15 दिनों से हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर एक संयुक्त ऑपरेशन पर काम कर रही थी और नौ नवंबर को किए गए छापों में यह बड़ा नतीजा सामने आया। फरीदाबाद के ACP क्राइम वरुण दहिया ने कहा कि आरोपियों द्वारा किराए पर लिए गए अन्य दो ठिकानों का भी पता चला है और स्थानीय मौलवी की संपत्ति से भी अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ है; फिलहाल उस मौलवी से पूछताछ जारी है। पुलिस ने यह भी उल्लेख किया कि अमोनियम नाइट्रेट की खेप आरोपियों को उनकी गिरफ्तारी से लगभग पंद्रह दिन पहले भेजी गई थी और इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर IED असेंबली कर के आतंकी घटनाओं को अंजाम देना था।
रिटायर्ड मेजर-जनरल जी.डी. बख्शी ने इस बरामदगी को लेकर चिंता जताते हुए कहा है कि ऐसी विशाल मात्रा का विस्फोटक दिल्ली और आसपास के महानगरों के लिए गंभीर ख़तरा बन सकती है और उन्होंने नज़रिए में कड़ी सैन्य प्रतिक्रिया की वकालत की। सुरक्षा और कूटनीतिक पहलुओं पर प्रश्न उठने के साथ ही केंद्रीय और राज्य एजेंसियां विस्तृत और त्वरित तलाशी, फोरेंसिक परीक्षण और फॉलो-अप पूछताछ कर रही हैं ताकि सप्लाई-चेन, हैंडलर्स और संभावित उद्देश्यों का पूरा नक्शा बनाया जा सके।
जांच अभी जारी है और अधिकारी घटना से जुड़े सभी पहलुओं को छानबीन कर रहे हैं; आगे की गिरफ्तारी और सबूत सार्वजनिक होने पर ही पूरा मामला समझने योग्य होगा।