लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की बसंतकुंज योजना में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत बने 1,000 मकानों का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अब राहत की खबर आई है। दो साल की देरी के बाद आखिरकार 24, 25 और 26 जुलाई को इन मकानों का आवंटन लॉटरी के जरिए किया जाएगा। ये कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित होगा, जिसमें हर वर्ग के आवेदकों को अलग-अलग तारीख पर बुलाया जाएगा, जिससे प्रक्रिया में पारदर्शिता और संतुलन बना रहे।
ये आवास 34 वर्ग मीटर के हैं और केवल उन्हीं लोगों को दिए जाएंगे जिनकी सालाना आय ₹3 लाख से कम है और जिनके पास पहले से लखनऊ में कोई मकान नहीं है। लगभग 9,000 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिनमें से पात्र पाए गए 7,784 लोगों को लॉटरी प्रक्रिया में शामिल किया गया है। एलडीए ने इस बार लॉटरी की पारदर्शिता के लिए लाइव स्ट्रीमिंग, कैमरा निगरानी और तकनीकी जांच जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।
लॉटरी प्रक्रिया के बाद सभी दस्तावेजों की प्रशासनिक जांच होगी और अगर किसी भी आवेदन में फर्जीवाड़ा पाया गया तो उस मकान का आवंटन रद्द कर दिया जाएगा। साथ ही, एलडीए ने स्पष्ट किया है कि मकान लेने के बाद कम से कम 20 साल तक उस घर में रहना अनिवार्य होगा, ताकि मकान सिर्फ रियल एस्टेट लेन-देन का हिस्सा न बनें, बल्कि असली जरूरतमंदों के लिए आवास सुनिश्चित किया जा सके।
आवंटन के बाद एलडीए मकानों के आस-पास की सड़कें, पानी, सीवर, पार्किंग और फायर सेफ्टी जैसी मूलभूत सुविधाओं को विकसित करेगा। वहीं, सामुदायिक टेरेस और सामूहिक सुविधाओं के उपयोग के लिए लोगों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों से लेकर युवाओं तक में इस लॉटरी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है, और अब सभी की नजरें 24 जुलाई से शुरू होने वाले इस आवंटन कार्यक्रम पर टिकी हैं।