लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ में शनिवार सुबह झमाझम बारिश ने जैसे पूरे शहर को थाम दिया। एक घंटे की मूसलधार बारिश ने मरीन ड्राइव से लेकर चारबाग, रिवर फ्रंट और रिहायशी कॉलोनियों को पानी-पानी कर दिया। कई जगह सड़कों पर घुटनों से ऊपर पानी भर गया और गाड़ियां जहां की तहां बंद हो गईं। कारों को लोग धक्का मारकर बाहर निकालते नजर आए। लोगों के घरों में भी पानी घुस गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
ठाकुरगंज के राधा ग्राम इलाके से एक चिंताजनक खबर आई। उफनाए नाले में एक युवक बह गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सूचना के दो घंटे बाद पुलिस पहुंची, और तीन घंटे बाद नगर निगम की टीम आई। नाराज लोगों ने रास्ता जाम कर विरोध जताया। वहीं निगम और अफसरों की टालमटोल ने लोगों का गुस्सा और बढ़ा दिया। चीफ इंजीनियर का तो यहां तक कहना है कि ये मामला सच्चा है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं है।
दुबग्गा मंडी में सब्जियों की दुकानों तक पानी पहुंच गया, जिससे सब्जियां बह गईं। महावीरपुरी में नाले का पानी इतना तेज बहाव में था कि तीन साइकिलें बह गईं। कॉलोनियों में घुटनों तक पानी भरने के बाद लोग नगर निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि नगर आयुक्त और मेयर के निरीक्षण के बाद भी नतीजा सिफर रहा। लोग कहने लगे हैं कि अभी और बारिश हुई तो शहर की हालत और बदतर हो सकती है।
इस सबके बीच मौसम विभाग ने भी चिंता और बढ़ा दी है। लखनऊ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है और अनुमान है कि दिनभर बारिश के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। तापमान 36 डिग्री तक पहुंच सकता है, लेकिन उमस और जलभराव ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। फिलहाल NDRF और SDRF की टीमें रेस्क्यू में लगी हैं लेकिन हालात जल्द सुधरते नजर नहीं आ रहे।