लखनऊ न्यूज डेस्क: लखनऊ के कल्ली पश्चिम स्थित पुलिस लाइन में गुरुवार को डीजीपी राजीव कृष्णा ने अचानक पहुंचकर निरीक्षण किया। इस समय यहां प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए नवनियुक्त सिपाहियों की ज्वॉइनिंग के बाद उनकी ट्रेनिंग चल रही है। डीजीपी ने बैरक, मेस, ट्रेनिंग ग्राउंड और मेडिकल सुविधाओं का गहराई से निरीक्षण किया। व्यवस्था देखकर उन्होंने संतोष जताया और जहां जरूरत थी, सुधार के निर्देश भी दिए।
निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने प्रशिक्षु आरक्षियों से संवाद किया। उन्होंने उनसे ट्रेनिंग, अनुशासन और अन्य सुविधाओं को लेकर फीडबैक लिया। डीजीपी ने सभी सिपाहियों को न सिर्फ ताकतवर, बल्कि जिम्मेदार, संवेदनशील और ईमानदार पुलिसकर्मी बनने की सीख दी। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण सिर्फ शरीर नहीं, सोच और आचरण को भी तैयार करता है।
उत्तर प्रदेश में चल रही अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया के तहत 60,244 सिपाहियों का चयन हुआ है। इनमें से बड़ी संख्या में नवचयनित आरक्षियों को लखनऊ में छह महीने की कठिन ट्रेनिंग दी जा रही है। 15 जून 2025 से इनकी ज्वॉइंट ट्रेनिंग कोर्स (JTC) की शुरुआत हो चुकी है, जिसके बाद ये प्रदेशभर में तैनात किए जाएंगे।
निरीक्षण के वक्त पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर, एडीसीपी और अन्य वरिष्ठ अफसर भी मौजूद थे। अधिकारियों ने भी ट्रेनिंग ग्राउंड और बाकी सुविधाओं का मुआयना किया। बताया गया कि इस बार की ट्रेनिंग में साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, तकनीकी ज्ञान और संवेदनशील मामलों को समझना ट्रेनिंग का अहम हिस्सा रहेगा, ताकि आरक्षी हर मोर्चे पर तैयार रहें।