मुंबई, 02 सितम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी लगातार भाजपा और चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने पलटवार करते हुए दावा किया है कि कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के पास दो वोटर आईडी कार्ड मौजूद हैं। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि खेड़ा का नाम जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज है। उन्होंने इसे चुनावी कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि अब यह चुनाव आयोग के लिए जांच का गंभीर विषय है।
मालवीय के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने पवन खेड़ा को नोटिस जारी किया है। इस पर कांग्रेस नेता ने जवाब देते हुए कहा कि यही सवाल तो कांग्रेस भी आयोग से पूछ रही है। खेड़ा ने व्यंग्य करते हुए कहा कि मालवीय बार-बार आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं, तो क्यों न मिलकर ही आरोप लगाएं, ताकि आयोग से जवाब मिल सके। खेड़ा ने आगे कहा कि वे 2016 में नई दिल्ली से शिफ्ट हो गए थे और नाम कटवाने की प्रक्रिया पूरी कर चुके थे। इसके बावजूद आज तक उनका नाम मतदाता सूची में क्यों है? उन्होंने चुनाव आयोग से यह जानने की मांग की कि आखिर नई दिल्ली विधानसभा में उनके नाम से वोट कौन डाल रहा है और वहां का सीसीटीवी फुटेज भी मांगा। उन्होंने कहा कि यही सवाल राहुल गांधी भी 7 अगस्त से लगातार पूछते आ रहे हैं कि आखिर चुनावी प्रक्रिया में यह गड़बड़ी क्यों हो रही है।
इसी बीच बिहार में राहुल गांधी अपनी "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान भाजपा और चुनाव आयोग पर धांधली और वोट चोरी के गंभीर आरोप दोहरा रहे हैं। वहीं, अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर सोनिया गांधी और कांग्रेस पर पुराने आरोपों को भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि जैसे सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिक बनने से पहले ही वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करा लिया था, वैसे ही अब पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय वोटर आईडी पाए गए हैं। मालवीय ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि असली वोट चोर कांग्रेस ही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी लंबे समय तक अवैध घुसपैठियों और गैर-भारतीयों को वैधता देकर चुनावी व्यवस्था को कमजोर करती रही और जनादेश को प्रभावित करती रही। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी बिना औपचारिक शिकायत दर्ज कराए झूठे आरोप फैला रहे हैं और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं। मालवीय ने इसे भारत की चुनावी प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाने की सोची-समझी साजिश करार दिया।