उत्तर प्रदेश में कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार को लेकर सियासत लगातार गर्माती जा रही है। इस मुद्दे पर सोमवार को विधानसभा में जोरदार बहस देखने को मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ शब्दों में कहा कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जब सरकार की कार्रवाई अपने अंतिम चरण में पहुंचेगी, तब “आपमें से बहुत से लोग फतिया पढ़ने जाएंगे और आपको फतिहा पढ़ने लायक भी नहीं छोड़ा जाएगा।” मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सदन का माहौल और भी गरमा गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन को आश्वस्त करते हुए कहा कि कोडीन कफ सिरप मामले में जो भी अपराधी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार सबसे सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। सीएम योगी ने इस पूरे मामले में अब तक की गई कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा सदन के सामने रखा और बताया कि अभी तक 77 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
प्रदेश में मौत का कोई प्रमाण नहीं
मुख्यमंत्री योगी ने विपक्ष के उन आरोपों को भी खारिज किया, जिनमें कोडीन कफ सिरप से उत्तर प्रदेश में मौत होने की बात कही जा रही थी। उन्होंने सदन में जानकारी दी कि प्रदेश में कोडीन कफ सिरप से किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जिन मामलों में मौत की बात सामने आई है, वह सिरप उत्तर प्रदेश के बाहर की बताई जा रही है। हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया कि प्रदेश में कोडीन कफ सिरप का अवैध डायवर्जन हो रहा था, जिस पर सरकार ने सख्ती से कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अलग-अलग जगहों पर की गई छापेमारी में अब तक 77 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस अवैध गतिविधि में जिन कंपनियों के नाम सामने आए हैं, उनमें वाराणसी की शैली ट्रेडर्स, सहारनपुर की एबोर्ट हेल्थ केयर और गाजियाबाद व दिल्ली की एक लैबोरेटरी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है और जांच एजेंसियों को पूरी छूट दी गई है।
समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला
कोडीन कफ सिरप मामले में आरोपियों और राजनीतिक संरक्षण के सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) को सीधे निशाने पर लिया। उन्होंने सदन में कहा कि वाराणसी में जिस स्टोरेज का इस्तेमाल आरोपी शुभम जायसवाल कर रहा था, वह मनोज यादव का है। मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि यह सबको पता है कि माफिया के कनेक्शन किससे जुड़े हैं।
सीएम योगी ने आगे कहा कि शैली ट्रेडर्स के शुभम जायसवाल समाजवादी पार्टी की युवजन सभा के स्टेट सेक्रेटरी हैं और वाराणसी कैंट से सपा के उम्मीदवार रहे अमित यादव के बिजनेस पार्टनर भी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमित यादव की तस्वीरें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मौजूद हैं। मुख्यमंत्री ने विपक्षी बेंच की ओर इशारा करते हुए कहा कि अमित यादव आपके ऑफिस बेयरर हैं और आप इससे इनकार नहीं कर सकते।
कार्रवाई जारी रहने का दावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक कहा कि इस पूरे मामले में राजनीति करने के बजाय सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता जनता की सुरक्षा है और नशे से जुड़े किसी भी अवैध कारोबार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीएम योगी ने यह भी संकेत दिए कि आने वाले दिनों में जांच का दायरा और बढ़ेगा और यदि किसी भी राजनीतिक दल या नेता की भूमिका सामने आती है, तो उसके खिलाफ भी बिना भेदभाव के कार्रवाई होगी।
कुल मिलाकर, कोडीन कफ सिरप मामले ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में नया तूफान खड़ा कर दिया है। एक तरफ सरकार सख्त कार्रवाई का दावा कर रही है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई बता रहा है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासत और तेज होने की पूरी संभावना है।