ताजा खबर
बुलेट ट्रेन: प्रोजेक्ट का पूरा होना इस प्रमुख कारक पर निर्भर करता है, आरटीआई से पता चला   ||    ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||   

अनुराधा प्रसाद द्वारा लिखी और लीडस्टार्ट द्वारा पब्लिश किताब 'यू कन्नौट बी सो राइट' को मिली प्रशंसकों की सराहना

Photo Source :

Posted On:Thursday, October 26, 2023

किताबों की दुनिया ' में अपनी किताब 'टू विंटर्स एंड 365 डेज' ,'कमिंग बैक होम' ,'रेनड्रॉप्स एंड कैटेरपिल्लर्स' के साथ धूम मचाने के बाद लेखिका अनुराधा प्रसाद एक और उत्कृष्ट किताब 'यू कन्नौट बी सो राइट' के साथ वापिस आयी है और इस किताब को लीडस्टार्ट ने पब्लिश किया है।
 
'यू कन्नौट बी सो राइट ' दिल को छू जाने वाली एक माँ (नेहा) की कहानी है जो एक ट्रैन सफर के दौरान अपनी बेटी (नेहा)को खो देती है। उसके बाद वह कसम लेती है कि वह कभी भी ट्रैन में सफर नहीं करेगी और एक डिटेक्टिव बन जाती है।लेकिन 17 सालों के बाद वह फिर से ट्रैन में बैठती है अपनी खोई हुई बेटी के जीवन के खोये हुए हिस्से को जानने के लिए। उसके बाद आगे की कहानी आपके रोंगटे खड़े कर देने वाली है , एक महिला की उस लक्ष्य तक की यात्रा जो उसने कभी निर्धारित नहीं की। एक ऐसी कहानी जो मानवीय प्रयासों में कर्मों की बात करती है और नेहा की नियति में परिणत होती हैं। 
 
अपनी चौथी किताब के बारे में बात करते हुए आर्टिस्ट, स्पीकर और ब्लॉगर अनुराधा प्रसाद ने कहा ,"यह किताब फिक्शनल स्पेस में जरूर है लेकिन उसमे इस्तेमाल किये मेटाफर हमारी रियल ज़िन्दगी में लागू होते है। हम अक्सर अपने आप को गंतव्यों की ऐसी सड़कों पर पाते हैं जो हमने चुने नहीं होते। मैं आशा करती हूँ मेरी किताबें लोगों की भावनाओं को छू पायेगी और उनके साथ एक संबंध बना पायेगी। मेरी किताबें पन्नों पर चलता फिरता स्क्रीनप्ले है जो पढ़ने पर जीवित हो जाती है। मैं आशा करती हूँ कि किताब भी बिलकुल ऐसी ही हो। "
 
अनुराधा एक ऐसा नाम है जिनकी उपलब्धियों की सूची बहुत लम्बी है , हजारों प्रकाशित पेपर्स, अंग्रेजी साहित्य में पीएचडी डिग्री धारक, उन्हें राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय समाचार पत्रों, पुस्तक क्लबों, साहित्य समितियों द्वारा बड़े पैमाने पर कवर किया गया है और उन्होंने प्रमुख पत्रिकाओं और समाचार पत्रों के कवर को एंडोर्स किया है। 
 
अनुराधा उन चुनिंदा साहित्यिक प्रतिभाओं और जीवन में गहरी नजर रखने वालों में से है जिनकी किताबें अक्सर आंतरिक संघर्ष और आत्म खोज से जूझती है , जो करना एक आसान काम नहीं है।
 
अनुराधा एक उत्सुक पाठक, नेचुरल वारियर, यात्री, संगीत प्रेमी और फिल्म प्रशंसक है जो अपने जुनून को फॉलो करने में विश्वास रखती है जिस से उनका जीवन और अनुभव समृद्ध होते हैं। यह सब उनके लेखन में नजर आता है। 
 
अनुराधा प्रसाद किताबें बेचने वाले हर ऑनलाइन प्लेटफार्म पर टॉप रेटेड लेखकों में से एक है। उनकी किताब को भारत के प्रमुख प्रकाशन गृह लीडस्टार्ट ने प्रकाशित किया है। इस प्रकाशन ने जिन लेखकों का समर्थन किया है उन्हें नियमित रूप से प्रमुख पुरस्कार जैसे की साहित्य अकादमी पुरस्कार, क्रॉसवर्ड पुरस्कार, मैन एशियन लिटरेरी पुरस्कार, विभिन्न राज्य साहित्य पुरस्कार से लेकर पद्म भूषण पुरस्कार और मान्यताओं से नवाजा जा चुका है।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.