नई दिल्ली, 31 मार्च (न्यूज़ हेल्पलाइन) एक ऐतिहासिक फैसले में केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के तीन राज्यों- नागालैंड, असम और मणिपुर के बहुत बड़े क्षेत्र से ‘सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA)’ को घटाने और हटाने की घोषणा की है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बारे में घोषणा करते हुए कि नागालैंड, असम, मणिपुर के बहुतबड़े क्षेत्र से AFSPA को कम करेगा। इस खबर के आने के बाद से इस विवादित अधिनियम (AFSPA) के हटने पर लोगों और नेताओं की सुखद प्रतिक्रिया आ रही है।
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ख़ुशी जताते हे कहा कि 9 जिलों और 1 सब-डिवीजन को छोड़कर असम से AFSPA पूरी तरह से वापस ले लिया जाएगा। हमारे (असम के) 60 फीसदी इलाके से AFSPA वापस ले लिया जाएगा। इसे असम के पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर निचले, मध्य और उत्तरी असम से वापस ले लिया जाएगा, जहां स्थिति में सुधार होना बाकी है। AFSPA असम के पहाड़ी क्षेत्रों में मौजूद रहेगा जहां स्थिति में सुधार होना बाकी है। असम का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 78,438 वर्ग किमी है, यह पूरा क्षेत्र अशांत क्षेत्र में था और अब यह क्षेत्र केवल 31,724.94 वर्ग किमी तक ही सीमित है।
इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए मणिपुर के सीएम एन.बीरेन सिंह ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को कोटि कोटि नमन। मणिपुर, असम और नागालैंड के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी ने सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) के तहत अशांत क्षेत्रों को कम करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पूर्वोत्तर में AFSPA कम करने के केंद्र के फैसले की सराहना करते हुए इसे 'ऐतिहासिक' कहा। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के निर्णायक नेतृत्व में केंद्र सरकार का यह एक बहुत बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री जी ने दशकों बाद नागालैंड, असम और मणिपुर राज्यों में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (AFSPA) के तहत अशांत क्षेत्रों को कम करने का निर्णय लिया है। अन्य राज्यों में अफस्पा को पहले कम किया गया था।
मेघालय के सीएम ने इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्षेत्र में मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इस अधिनियम (
AFSPA) को पूरी तरह से निरस्त किया जाना चाहिए, लेकिन फिर भी यह एक स्वागत योग्य कदम है; क्षेत्रों को कम कर दिया गया है। AFSPA के समग्र प्रभाव को कम करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और एचएम शाह को धन्यवाद देना चाहता हूं।