lucknow vocals :- अगर आप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करने का सोच रहे है तो निवेश के दौरान ये कुछ बाते ध्यान रखना बहुत जरुरी है कुछ समय पहले की बात करें तो म्यूचुअल फंड की रिटर्न पॉलिसी काफी अच्छी है। इसीलिए निवेशकों में इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है निवेश करने के पहले कुछ बातों को समझना आपके लिए बहुत जरूरी है। आइये जानते है साहिबा जी से की कैसे एक सुरक्षित निवेश करें।
कहाँ कितने पैसे लगाने है
निवेश करने के पहले निवेश सूची तैयार कर लेनी चाहिए कि कहां और कितने पैसे निवेश करने हैं। इस प्रक्रिया को असेट एलोकेशन कहते हैं। असेट एलोकेशन वो तरीका है जो बताता है कि आप अपने पैसे को विभिन्न निवेशों में कैसे लगाएं जिसमें सम्पत्ति के सभी वर्गों का सही मिश्रण हो। असेट एलोकेशन आपको यह बताते हैं कि किस उम्र में कितना धन जुटाना है। मान लीजिये यदि किसी इन्वेश्टर की उम्र महज 25 साल है तो उसे अपने निवेश का 25% डेट इंस्ट्रूमेंट और बाकि इक्विटी में लगाना चाहिए।
क्या है ये डेट इंस्ट्रमेंट -
यह सामान्य उधार से अलग होता है, क्योंकि इसमें जरूरी है कि आप समयबद्ध तरीके से देनदार को ब्याज के साथ-साथ कुछ मूल राशि का भी हिस्सा देंगे. डेट इंस्ट्रूमेंट इलेक्ट्रोनिक या कागजी, दोनों ही तरह के हो सकते है। बॉन्ड, डिबेंचर्स, लीज, बिल्स ऑफ एक्सचेंज, प्रॉमिसरी नोट डेट के उदाहरण हैं।
क्या होता है इक्विटी -
एक निवेशक जब किसी कंपनी में निवेश करता है तो वह पैसा इक्विटी निवेश कहलाता है। कंपनी के शेयरों को खरीदने बेचने का काम आमतौर पर शेयर बाजार में किया जाता है। जब निवेशक इन शेयरों को खरीदते हैं, तब वे किसी कंपनी द्वारा बाजार से इकट्ठा की गई की कुल पूंजी में योगदान देते हैं और इस प्रकार निवेशक कंपनी में कुछ प्रतिशत का मालिक बन जाता है।
रिस्क से होगा लाभ -
कहते है नाम बनते है रिस्क से हर व्यक्ति की परिस्थितियां और फाइनेंशियल कंडीशन अलग-अलग होती हैं। असेट एलोकेशन को समझने के लिए आपको जैसे-उम्र, व्यवसाय और आप पर निर्भर परिवार के सदस्यों की संख्या आदि की जानकारी होनी चाहिए। आप जितने युवा हैं उतने ही जोखिम भरे निवेश रख सकते हैं जिनसे आपको बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
सही फंड चुनें -
आप वही फंड चुनें जो आपकी जरूरतों के हिसाब से हो। इसके लिए सबसे पहले एक टारगेट चुने। उसी के हिसाब से निवेश करें। निवेश करने के पहले आपको तय कर लेना चाहिए कि किस फंड में निवेश करना है। सभी तरह के फंड निवेश के लिए अच्छे होते हैं। इनके बारे में जानकारी रखना जरूरी होता है।
लम्बे समय के लिए निवेश करे -
कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय में यह खतरा कम हो जाता है।
SIP के जरिए निवेश करें -
म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।