Afghanistan, 27 Aug, 2021
अफगानिस्तान में काबुल के कब्जे के बाद से स्थिति बद से बदतर हो चली है। ऐसे में अपनी जान बचाकर लोग देश से बाहर जाने के लिए काबुल एयरपोर्ट पहुंच रहे हैं। इसी बीच आ रही एक खबर के मुताबिक, गुरुवार को बंदूकधारी द्वारा कई बम विस्फोटों में कम से कम 60 अफगान और 13 अमेरिकी सेवा कर्मियों की मौत हो गयी है। हालांकि, इस घटना ने अफगानिस्तान से पश्चिमी बलों की निकासी को गहरे संकट में डाल दिया है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि विस्फोट में बच्चों सहित कम से कम 60 लोग मारे गए और कई तालिबान गार्ड घायल हो गए हैं। बाद में एक बयान में, तालिबान ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह "अमेरिकी बलों द्वारा नियंत्रित" क्षेत्र में हुआ है।
हमले की निंदा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "हम ढूंढ निकालेंगे और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।" उन्होंने अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के लिए अपनी 31 अगस्त की समय सीमा बढ़ाने से इनकार कर दिया, लेकिन साथ ही ये भरोसा दिलाया कि अगर अमेरिकी नागरिक जो अफ़ग़ानिस्तान को छोड़ना चाहते हैं उन्हें जरूर बाहर निकालेंगे।
उन्होंने आगे कहा, "आज इन हमलों को अंजाम देने वालों के लिए - साथ ही साथ जो कोई भी अमेरिका को नुकसान पहुंचाना चाहता है - यह जान लें: हम माफ नहीं करेंगे। हमें नहीं भूलेंगे। हम तलाश करेंगे और आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।"
इस बीच, अमेरिकी अधिकारियों का दृढ़ विश्वास है कि इस्लामिक स्टेट के अफगान सहयोगी, जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) के नाम से जाना जाता है, हमले के लिए जिम्मेदार था। बात दें कि ISIS-K का संयुक्त राज्य अमेरिका और तालिबान द्वारा विरोध किया जाता है।