चिली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को 6 साल और उससे अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वायरस के खिलाफ सिनोवैक वैक्सीन के उपयोग को मंजूरी दे दी है। यह कदम उठाने वाला पहला लैटिन अमेरिकी देश बन गया। चिली के पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट के निदेशक हेरिबर्टो गार्क ने कहा कि संस्था ने नए उपाय को पांच वोटों के पक्ष में और एक के खिलाफ मंजूरी दे दी है।
अब स्वास्थ्य मंत्रालय को टीकाकरण शुरू करने की तारीख और तंत्र तय करना है। इस दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र ने अब तक अपनी वयस्क आबादी के तीन-चौथाई से अधिक का पूरी तरह से टीकाकरण कर दिया है।
चिली का कैथोलिक विश्वविद्यालय फिलहाल में 3 और 17 वर्ष की आयु के 4,000 बच्चों के साथ उन पर सिनोवैक प्रभावों का अध्ययन कर रहा है। लेकिन गार्क ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान के विशेषज्ञों ने सिनोवैक प्रयोगशाला द्वारा दी गई जानकारी और चिकित्सा पत्रिकाओं में प्रकाशित जानकारी की समीक्षा के आधार पर अपना निर्णय लिया है।
दुनिया भर के कुछ नियामकों ने बच्चों में कोविड -19 शॉट्स की सुरक्षा का मूल्यांकन किया है, लेकिन स्वीकृतियां शुरू हो रही हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, सिंगापुर और हांगकांग सभी 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में फाइजर वैक्सीन के उपयोग की अनुमति दे रहे हैं।
चिली में 1.6 मिलियन से अधिक कोविद -19 मामले और 37,100 से अधिक मौतें हुई हैं।