दुबई 07 जनवरी (न्यूझ हेल्पलाइन) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने शुक्रवार को पुरुषों और महिलाओं के T20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में धीमी ओवर दरों के लिए इन-मैच पेनल्टी की शुरुआत की है। इसमें यह भी कहा गया है कि पारी के बीच में वैकल्पिक पेय ब्रेक अद्यतन खेल परिस्थितियों का एक हिस्सा होगा।
क्रिकेट जगत में आए दिन आईसीसी क्वेश्चन कोई परिवर्तन लाता रहता है और अपने नियमों में फेरबदल भी करता रहता है। प्राप्त समाचारों के अनुसार आईसीसी की इस नई नियमावली के अंतर्गत खेला जाने वाला पहला पुरुष मैच 16 जनवरी को जमैका के सबीना पार्क में वेस्टइंडीज और आयरलैंड के बीच एकमात्र मुकाबला होगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका और पश्चिम के बीच तीन मैचों की श्रृंखला का पहला टी20 मैच होगा। जबकि वेस्टइंडीज महिला क्रिकेट टीम 18 जनवरी को सेंचुरियन में इस नई नियमावली के अंतर्गत अपना पहला t20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलेगी
देखा जाए तो, क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट हो, कई बार देखा गया है कि गेंदबाजी करने वाली टीम को स्लो ओवर रेट के लिए 20 से 50% का दंड लगाया जाता है। धीमी ओवर गति के लिए इन-मैच पेनल्टी का मतलब है कि क्षेत्ररक्षण पक्ष को इसके लिए दंडित किया जाएगा।
आईसीसी ने अपने बयान में कहा है कि "ओवर रेट नियमों को खेल की परिस्थितियों के खंड 13.8 में दर्ज किया गया है, जो यह निर्धारित करता है कि एक क्षेत्ररक्षण पक्ष पारी के अंत के लिए निर्धारित या पुनर्निर्धारित समय तक पारी के अंतिम ओवर की पहली गेंद फेंकने की स्थिति में होना चाहिए।यदि वे ऐसी स्थिति में नहीं हैं, तो पारी के शेष ओवरों के लिए 30-यार्ड सर्कल के बाहर एक कम क्षेत्ररक्षक को अनुमति दी जाएगी। मैच के दौरान दंड अनुच्छेद 2.22 में उल्लिखित धीमी ओवर दर के लिए प्रतिबंधों के अतिरिक्त है। खिलाड़ियों और खिलाड़ी समर्थन कर्मियों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुसार दंडित किया जाएगा।"
हालांकि आईसीसी ने यह बात भी स्पष्ट कर दी की "एक अन्य बदलाव में, प्रत्येक श्रृंखला की शुरुआत में सदस्यों के बीच समझौते के अधीन प्रत्येक पारी के मध्य बिंदु पर दो मिनट और तीस सेकंड का वैकल्पिक पेय ब्रेक लिया जा सकता है।"