लंदन 08 जनवरी (न्यूझ हेल्पलाइन) इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक चाहते हैं कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जिमी एंडरसन को गेंदबाजी कोच बनाए, क्योंकि उनके पास विशेषज्ञता की "सोने की खान" है, जिसे अगली पीढ़ी को दिया जा सकता है। 168 टेस्ट मैचों और 639 विकेटों के साथ - एक तेज गेंदबाज के रूप में जिम्मी एंडरसन अभी भी अंग्रेज इनके लिए एक शक्तिशाली गेंदबाज के रूप में खेल रहे हैं। हाल के दिनों में चल रही एशेज सीरीज में भी वह अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं।
कुक ने शनिवार को एक साक्षात्कार में कहा, "यह स्पष्ट है कि जब उन्होंने 160 से अधिक टेस्ट खेले हैं और 600 विकेट लिए हैं, और वह गेंदबाजी के बारे में अद्भुत ज्ञान संजो के रखते है: वह निस्संदेह सबसे कुशल सीम गेंदबाज हैं, जिनके साथ मैं खेला हूं।"
2021 में 21.74 की औसत से 39 विकेट लेने के बाद, एंडरसन अपने करियर के अंतिम छोर पर हैं, और कुक ने कहा कि अगर वह ईसीबी से जुड़े होते, तो वह एंडरसन को इंग्लैंड के कोचिंग सेटअप में लाने के बारे में सोच रहे होते। इस बात को आगे बढ़ाते हुए एलेस्टर कुक ने कहा कि "अगर मैं ईसीबी के साथ शामिल होता, तो बेशक जिम्मी एंडरसन को इंग्लैंड क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच के तौर पर जरूर नियुक्त करता। गेंद को कैसे डालना है, कैसे स्विंग करना है, किस दिशा में किस गति से देखना है यह सारी बातें बग्नान उन्हें बखूबी है। दरअसल वह सोने की खदान है जिसके पास इन सारी बातों का भरपूर ज्ञान है और इसे ज्ञान को हमें अगली पीढ़ी तक पहुंचाना चाहिए।
कुक ने कहा, "90 मील प्रति घंटे के स्विंग गेंदबाज से इसके अंत में एक पूरी तरह से अलग गेंदबाज के रूप में जाना ... चोटों के साथ, कार्यों में बदलाव के साथ ... यह अंग्रेजी क्रिकेट के भविष्य के लिए एक सोने की खान है।" कुक ने यह भी कहा कि वह खुद कोचिंग की नौकरी करने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन यह पूर्णकालिक भूमिका नहीं होगी।