लखनऊ विश्वविद्यालय में बीटेक के आठ विद्यार्थियों के फीस जमा न करने की वजह से दूसरे वर्ष में ब्रांच बदलने की प्रक्रिया अटक गई है। छात्रों का आरोप है कि कुछ छात्रों की वजह से उन सभी छात्रों का क्या दोष, जिन्होंने समय से फीस जमा कर दी। सोमवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) के पदाधिकारियों ने छात्रों की इस समय को लेकर प्रशासनिक भवन में विरोध प्रदर्शन किया।
विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर में इंजीनियरिंग संकाय स्थापित है। बीटेक प्रथम वर्ष के ऐसे छात्र-छात्राएं जिन्होंने बिना बैक पेपर प्रथम वर्ष की परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं, उन्हें दूसरे वर्ष में ब्रांच बदलने का विकल्प दिया जाता है। इस बार आठ छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक फीस नहीं जमा की, जिसकी वजह से अन्य सभी छात्रों को ब्रांच बदलने का विकल्प नहीं दिया गया।
एनएसयूआइ के प्रदेश महासचिव आर्यन मिश्रा का कहना है कि जब छात्र डीन के पास जाते हैं तो भी यही बताते हैं कि कुछ छात्रों की फीस नहीं जमा है। जिन छात्रों ने फीस जमा कर दी, उन्हें तो ब्रांच बदलने का मौका दिया जाना चाहिए। छात्र काफी दिनों से अपनी इस मांग को लेकर भटक रहे हैं। विरोध करने वालों में एनएसयूआइ के आशीष चतुर्वेदी, आशुतोष मिश्रा, प्रतीक बाजपाई एवं अन्य मौजूद रहे।