उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में निधन हो गया। वो बीते चार जुलाई से अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने बताया कि सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के कारण उनका निधन हुआ है। वह 89 वर्ष के थे।
अस्पताल ने बताया कि उन्हें क्रिटिकल केयर आईसीयू में रखा गया था। संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्याण सिंह के निधन पर दुख जताया। उन्होने कहा दुख की इस घड़ी में मेरे पास शब्द नहीं है कि कल्याण सिंह ने वंचित तबके को आवाज दी जमीनी स्तर के नेता महान व्यक्तित्व के थे।
वही योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि कल्याण सिंह के निधन से बहुत बड़ी क्षति राम मंदिर आंदोलन के नायक थे
उनके निधन पर मायावती और तमाम बड़े दिग्गज नेता घर पर एकत्रित हो रहे हैं बताया जा रहा है उनका पार्थिव शरीर लखनऊ में उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को शाम नरौरा में गंगा नदी के तट पर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि कल्याण की पार्थिव देह को रविवार को अलीगढ़ लेकर जाया जाएगा। अलीगढ़ स्टेडियम में उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। 23 अगस्त को उनकी देह को अतरौली में लेकर जाएंगे, वहां उनके समर्थक और आम जन अंतिम दर्शन कर पुष्पाजंलि अर्पित करेंगे। 23 अगस्त की शाम नरौरा में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा ।
आपको बता दें कि जब अयोध्या में 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद गिराई गई तब उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे। बाबरी विध्वंस की खबर मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को गई तब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे कर दुख जताया था।