लखनऊ, 4 सितंबर (न्यूज हेल्पलाइन) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सिद्धार्थनगर जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण करने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। सामुदायिक रसोई के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। सभी जिलों में सांप के जहर के इंजेक्शन लगाए गए हैं। प्रभावित लोगों को आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे है। सिद्धार्थनगर जिले के हवाई सर्वेक्षण से पूर्व उन्होंने कल शुक्रवार को गोंडा, बलरामपुर और बहराइच के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी किया था। बता दें कि भारी बारिश और बांधों के द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ की चपेट में है और बहुत से क्षेत्रों में नदियां अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके अलावे कई स्थानों पर बांधों के टूट जाने से आम लोग पानी और बाढ़ से घिर गए हैं।
उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सिद्धार्थनगर जिले का हाल सबसे खराब है। जिले के बहुत से हिस्से पूर्व से ही जलमग्न है, जिससे लोगों को खाने-पीने के चीजों की कमी हो रही है। इसके अलावे साफ पानी और दवाइयों के कमी के कारण भी लोगों की स्थिति बेहाल है। भारी बारिश के कारण बांधों में पानी के दबाव बढ़ जाने से पुराने बांधों के टूटने के डर से जिले के नए क्षेत्रों में भी बाढ़ के पानी का विस्तार लेने का खतरा बना हुआ है। कई बांधों के जर्जर अवस्था में होने के कारण उसके आस-पास रहने वाले लोगों के ऊपर भी दिन-रात बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
हालांकि मुख्यमन्त्री योगई आदित्यनाथ ने प्रदेश के हर बाढ़ प्रभावित जिले में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। इन नोडल अधिकारियों की निगरानी में स्वास्थ्य व्यवस्था से लेकर साफ सफाई, बाढ़ पीड़ितों और बारिश में प्रभावित लोगों की मदद की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। विशेषकर स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने पर जोर देने की बात कही गई है।