लखनऊ, 13 नवंबर (न्यूज हेल्पलाइन) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, 2022 के लिए चुनाव आयोग ने भले ही अभी तक कोई आधिकारिक तिथि की घोषणा नहीं की हो, मगर उत्तर प्रदेश की सत्ता की महत्ता को देखते हुए सभी राजनीतिक दल अपनी तरफ से अभी से ही जोर लगाना शुरू कर चुके हैं।
इसी सिलसिले में आज भाजपा नेता और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में एक राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में एक रैली का आयोजन किया।
आजमगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2007 में आजमगढ़ में मुझ पर हमला हुआ था। रिपब्लिक डे के दौरान 'वंदे मातरम' गाने की मांग के लिए शिबली नेशनल कॉलेज के अंदर एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के सदस्य अजीत राय की हत्या कर दी गई थी, और घटना के एक महीने बाद तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई थी। आज कोई इस तरह की हरकत नहीं करता।
इसी जनसभा को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आजमगढ़ में योगी सरकार में बदलाव देखने को मिल रहा है. सीएम आदित्यनाथ के नेतृत्व में 'माफिया-राज' खत्म हो गया है। सभा में आगे अमित शाह ने सपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान आजमगढ़ कट्टरपंथ के लिए जाना जाता था। अब आजमगढ़ शिक्षा के लिए जाना जाएगा। मैं सीएम योगी आदित्यनाथ को महाराजा सुहेलदेव के नाम पर यहां बनने वाले विश्वविद्यालय का नाम देने का सुझाव देना चाहता हूं।
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के क्रम में आज गोरखपुर में पार्टी की 'रथ यात्रा' का नेतृत्व किया। इस अवसर पर एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गोरखपुर की जनता विकास देखने का इंतजार कर रही है। मैं यहां राज्य के विकास की अपील करने आया हूं। बीजेपी को 2024 की चिंता नहीं बल्कि 2022 में लोगों के सवालों का जवाब देना चाहिए।