सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के दो अधिकारियों पर फर्जीवाड़ा कर कंपनी को करीब 9.38 करोड़ रुपये की चपत लगाने का आरोप है। सहारा इंडिया के चीफ फाइनेंस ऑफिसर ने अलीगंज थाने में तहरीर दी मगर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। बाद में उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की। अब कोर्ट के आदेश पर अलीगंज पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है।
सहारा इंडिया के चीफ फाइनेंस ऑफिसर संतोष कुमार मिश्र के मुताबिक, वर्ष 2008 में कंपनी के निदेशक मंडल ने निर्णय लिया था कि बैंकों में आवश्यकतानुसार कलेक्शन व करंट खाता खुलवाया जाए। इसका अधिकार कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव व चीफ मार्केटिंग ऑफिसर के साथ ही चीफ फाइनेंस ऑफिसर संजय अग्रवाल को भी प्राप्त था।
संजय के हटने के बाद ईश्वरचंद्र राय को चीफ फाइनेंस ऑफिसर बनाया गया। ईश्वरचंद्र एक नवंबर 2013 से 11 अगस्त 2018 तक इस पद पर तैनात रहे। आरोप है कि इसी समयावधि में कंपनी से नौ करोड़, 38 लाख, 40 हजार, 144 रुपये फर्जीवाड़ा कर निकाल लिए गए।
ये रकम चेक, कैश, डिमांड ड्राफ्ट और आरटीजीएस के ज़रिये निकाली गई। वर्तमान चीफ फाइनेंस ऑफिसर संतोष कुमार मिश्र के मुताबिक, संजय अग्रवाल व ईश्वरचंद्र राय, आपसी मिलीभगत से साजिश के तहत रुपये निकालते रहे और गलत रिपोर्ट तैयार कर धोखाधड़ी को छिपाते रहे।