लखनऊ, 4 अगस्त 2021 लखनऊ के कृष्णा नगर में युवती द्वारा एक कैब चालक को पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। सोशल मीडिया पर लोग युवती को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। दबाव बढ़ता देख पुलिस ने आरोपी युवती प्रियदर्शनी नारायण उर्फ लक्ष्मी निवासी केसरी खेड़ा कॉलोनी के खिलाफ लूट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मामले में युवती ने खुद वीडियो जारी कर कैब चालक पर खुद को पीटने का आरोप लगाया है। उसने अपने शरीर पर चोट के निशान दिखाए और खुद को बीमार बताया। उसने बताया कि कैब चालक ने उसको पीटा और मारते हुए 300 मीटर तक ले गया लेकिन पुलिस खड़ी देखती रही।
प्रियदर्शनी ने मंगलवार को वीडियो वायरल कर कहा कि घटना के वक्त जब वह सड़क पार कर रही थी, तब ट्रैफिक सिग्नल रेड था। मगर वाहन गुजर रहे थे। चालक ने जेब्रा लाइन पर आकर एकदम सामने कैब रोकी। जबकि उसे जेब्रा लाइन के पीछे कैब रोकनी थी। बाल-बाल बचने पर जब चालक बहस करने लगा। इस पर मैंने चालक को पीटा। सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि की जा सकती है। प्रियदर्शनी का कहना है कि पुलिस ने मुझ पर लूट का मुकदमा दर्ज किया है। कोई बताए कि मैंने क्या लूटा। किसी फुटेज में मैं लूट करती दिखी?
प्रियदर्शनी ने इंस्ट्राग्राम पर लिखा है- सब लोग मुझे ही ब्लेम कर रहे हैं कि मैंने उसे क्यों मारा। कोई भी मेरी बात नहीं सुनना चाहता। मैं लगभग रोड क्रॉस कर चुकी थी, तब सिग्नल रेड था। तभी ड्राइवर ने मुझे अपनी कार से टक्कर मार दी। मैं भगवान की कृपा से बच गई। वह अपनी गलती नहीं मान रहा था और मुझसे बहस कर रहा था। इसीलिए मैंने उसे तमाचा मारा।
प्रियदर्शनी ने कहा कि अगर किसी को लगता है कि मैंने कानून हाथ में लिया तो मैं माफी मांगती हूं। लेकिन चुप रहने के बजाय मैं इन एंटी सोशल एलीमेंट्स को जवाब देना ज्यादा बेहतर मानती हूं। उसने कहा- कुछ लोग मुझे फेक फेमनिस्ट और न जाने क्या बता रहे हैं। यह कम से कम, मरने और उसके बाद कैंडल मार्च निकलवाने से तो बढ़िया ही है।
कैब चालक को ही हवालात में डालने और फिर कोतवाली पहुंचे चालक के दो भाइयों को भी बंद करके शांतिभंग में तीनों पर कार्रवाई करने के बाद कैब छोड़ने के नाम पर दस हजार रुपये वसूलने के मामले की शुरुआती जांच में कई पुलिसकर्मी दोषी पाए गए हैं। पुलिस कमिश्नर ने जांच रिपोर्ट मिलने पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, कैब चालक की पिटाई का वीडियो इंटरनेट पर वायरल होने पर लोगों ने प्रियदर्शनी के खिलाफ ट्विटर पर अभियान छेड़ दिया था। हैशटैग के साथ अरेस्ट लखनऊ गर्ल ट्रेड करने लगा। इंटरनेट मीडिया पर लोग युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी हस्तक्षेप करते हुए यूपी पुलिस को ट्वीट कर निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की थी। इस पर कैब चालक की तहरीर पर सोमवार को कृष्णानगर कोतवाली में आरोपी प्रियदर्शनी नारायण उर्फ लक्ष्मी निवासी केसरी खेड़ा कॉलोनी के खिलाफ लूट समेत अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। डीसीपी (सेंट्रल) ख्याति गर्ग का कहना है कि एसीपी आलमबाग से प्रारंभिक जांच रिपोर्ट मांगी है। जांच रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि पुलिसकर्मियों पर लगे आरोपों की रिपोर्ट कृष्णानगर इंस्पेक्टर ने एसीपी आलमबाग व एडीसीपी (मध्य) को सौंपी है। इसमें कोतवाली में नाइट ड्यूटी पर मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया है। रिपोर्ट आने पर इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।