पीएम नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार (16 जनवरी) को अग्निवीर के पहले जत्थे को संबोधित किया. पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अग्निवीरों से बातचीत की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. इस मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अग्निपथ योजना मील का पत्थर साबित होगी और यह सशस्त्र बलों को सशक्त बनाने और उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में गेम चेंजर साबित होगी.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अग्निवीर आने वाले समय में हमारे सशस्त्र बलों में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि यह योजना महिलाओं को और मजबूत बनाएगी. उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि कैसे महिला अग्निशामक नौसेना के लिए गौरव ला रही हैं और तीनों बलों में महिला अग्निशामकों को देखने के लिए उत्सुक हैं। सियाचिन में तैनात महिला सैनिकों और आधुनिक लड़ाकू विमान उड़ाने वाली महिलाओं का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने अग्निवीरों को बताया कि कैसे महिलाएं विभिन्न मोर्चों पर सशस्त्र बलों का नेतृत्व कर रही हैं।
आपको बता दें कि अग्निवीर के पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है. 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद सभी अग्निवीरों की भारतीय सेना में पोस्टिंग हो जाएगी। सभी अग्निवीर सेना, वायु सेना और नौसेना के प्रशिक्षण शिविरों से जुड़े रहेंगे। आपको बता दें कि सरकार ने पिछले साल 14 जून को तीनों सेनाओं (सेना, नौसेना और वायु सेना) में जवानों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। तभी से विपक्षी दल इस योजना का विरोध कर रहे थे और इसे वापस लेने की मांग कर रहे थे। हालांकि खुद सेना ने इस योजना को समय की जरूरत बताया था, लेकिन इस पर राजनीति भी खूब हुई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अभी भी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे हैं। हालांकि, योजना लागू हो चुकी है और इसका पहला बैच भी तैयार हो चुका है, अब ये अग्निवीर अलग-अलग सेनाओं में जाकर देश की सेवा करेंगे।