समाजवादी पार्टी (सपा) के लोकसभा सांसद शफीकुर्रहमान बुर्के ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपना लिए हैं। शफीकुर्रहमान ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को निकाय चुनाव में सपा के टिकट पर प्रत्याशी घोषित कर ईमानदारी से काम करने की नसीहत दी और कहा कि ईमानदारी से काम न करने पर वह (शफीकुर रहमान) भी अपनी ताकत दिखा सकते हैं. इसके साथ ही सांसद ने पार्टी और सपा विधायक को खुली चुनौती दी है ।
रिपोर्ट के मुताबिक सांसद शफीकुर्रहमान गुरुवार रात सपा विधायक इकबाल महमूद के गृहनगर मियां सराय में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे. उनके द्वारा घोषित प्रत्याशी के समर्थन में यह चुनावी सभा आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने अपने उम्मीदवार से निर्दलीय चुनाव लड़ने का वादा किया था, लेकिन अब सपा ने विधायक इकबाल की पत्नी रुखसाना इकबाल को टिकट दे दिया है. शफीकुर रहमान ने आगे कहा कि अखिलेश यादव ने ठीक नहीं किया, लेकिन वह भी अखिलेश से नहीं डरते. पार्टी चाहे तो उन्हें निष्कासित भी कर सकती है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
इस चुनावी सभा में दावा करते हुए शफीकुर्रहमान ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में जनता सपा प्रत्याशी को धूल चाटेगी. इसके साथ ही सांसद बुर्के ने सभी कार्यकर्ताओं से निर्दलीय प्रत्याशी फरहाना को अधिक से अधिक मतों से जिताने की अपील की। उन्होंने सभा में बताया कि उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी फरहाना के टिकट को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात की थी. उस वक्त अखिलेश ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का भरोसा दिया था. इसमें उन्हें भी कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन अब अपने (शफीकुर रहमान) प्रत्याशी के विरोध में उन्होंने सपा प्रत्याशी को भी मैदान में उतार दिया. सपा सांसद ने चेताया कि वह सुरक्षित हैं, जनता उन्हें जरूर जवाब देगी.
शफीकुर रहमान ने कहा कि वह खुले तौर पर अपनी उम्मीदवार फरहाना के साथ हैं, उन्हें इसके लिए अखिलेश यादव से कोई डर नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी डर के मारे काम नहीं किया और भविष्य में भी ऐसा नहीं करेंगे। इसके लिए सपा चाहे तो उन्हें बाहर भी कर सकती है। इससे उनकी सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने अखिलेश यादव को ईमानदारी से काम करने की सलाह देते हुए कहा कि हमारे पास लड़ने की ताकत है.