नई दिल्ली, 11 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारत के लगभग सभी हिस्सों से बहुतायत संख्या में लोग विदेशों में कमाने जाते हैं। इन विदेशों में सबसे ज्यादा जिस हिस्से में भारतीय कार्य करने के लिए पहुंचते हैं, उनमें से प्रमुख देश है खाड़ी देश। इन खाड़ी देशों में भी सबसे ज्यादा संख्या में भारतीय लोग UAE, सऊदी, कतर और कुवैत में काम करने पहुंचते हैं। इन्ही काम करने वाले लोगों में से कई लोग अपराध या अन्य कारणों से उस देश के कानून के विरुद्ध कार्य कर बैठते हैं, और फिर वहां के कानून के अनुसार उन्हें सजा भुगतनी पड़ती है।
राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, खाड़ी देशों की जेलों में विचाराधीन कैदियों सहित भारतीय कैदियों की संख्या के मामले में प्रथम नम्बर पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) है, जहां पर 1663 भारतीय कैद हैं। उसके बाद नम्बर सऊदी अरब का है, जहां पर कुल 1363 भारतीय लोग कैद हैं। इसी तरह कतर की जेलों में 466, कुवैत में 460, बहरीन में 63 और ओमान की जेलों में 45 भारतीय कैद हैं।
विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि विदेशों में कैद भारतीयों के लिए केंद्र सरकार हमेशा सतर्क रहती है और हिरासत में लिए गए या जेल में रखे गए भारतीय नागरिकों की घटनाओं की बारीकी से निगरानी करती है। उन्हें हर संभव कांसुलर सहायता प्रदान करने के अलावा, भारतीय मिशन और पोस्ट जहां भी आवश्यक हो कानूनी सहायता प्रदान करने में सहायता करते हैं।
राज्य सभा में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इसी मुद्दे पर आगे बताया कि विदेशों में कैद सभी भारतीयों के ऊपर अलग-अलग आरोप हैं। जहां भारतीय समुदाय बड़ी संख्या में है, वहां पर सरकार द्वारा मिशन और पोस्ट वकीलों का एक स्थानीय पैनल भी बनाया गया है, जो भारतीयों की ऐसे मौकों पर सहायता करता है।