मुंबई, 4 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) 'बुली बाई' ऐप मामले में मुंबई पुलिस साइबर सेल ने गिरफ्तार किए गए 21 वर्षीय शख्स की पहचान विशाल कुमार के रूप में की है। पुलिस ने साथ ही मामले की मुख्य आरोपी उत्तराखंड से हिरासत में ली गई एक महिला को बताया है। मुंबई पुलिस ने यह भी बताया कि दोनों आरोपी एक दूसरे को जानते हैं। बुल्ली बाई ऐप मामले में गिरफ्तार 21 वर्षीय विशाल कुमार को आज मुंबई पुलिस बांद्रा कोर्ट में पेश करने की भी योजना है।
ज्ञात हो कि मुंबई पुलिस साइबर सेल ने कल 'बुल्ली बाई' ऐप मामले में एक और व्यक्ति को हिरासत में लिया था और उससे पूछताछ कर रही थी। साइबर सेल ने आज एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को गिरफ्तार किया, जिसे मामले में पूछताछ के बाद कल बेंगलुरु से हिरासत में लिया गया था।
बुली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी महिला 'बुली बाई' एप से जुड़े तीन अकाउंट हैंडल कर रही थी। सह आरोपी विशाल कुमार ने खालसा वर्चस्ववादी के नाम से खाता खोला। 31 दिसंबर को, उसने अन्य खातों के नाम बदलकर सिख नामों से मिलते-जुलते थे। फर्जी खालसा खाताधारकों को दिखाया गया था।
बुली बाई ऐप मामले पर अतिरिक्त सीपी और दिल्ली पुलिस पीआरओ (public relations officer) चिन्मय बिस्वाल ने अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट में बताया कि एक जनवरी को मिली शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है। हमने ऐप होस्टिंग प्लेटफार्म से संपर्क किया है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। उनके जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि होस्टिंग प्लेटफॉर्म विदेश में स्थित है। दिल्ली पुलिस को जीएनसीटी से एमएलएटी (आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता संधि) के लिए मंजूरी मिल गई है। जांच जारी है।
ज्ञात हो कि बुली बाई ऐप मामले में बहुत महीनों से पुलिस प्रयास कर रही है, मगर लिंक विदेशों से जुड़े होने के कारण सफलता हाथ नहीं लग रही थी। अब जाकर चौतरफा दबाव के कारण आरोपी पकड़े जा रहे हैं। बता दें कि बुली बाई' ऐप का इस्तेमाल मुस्लिम महिलाओं के ऊपर फेक बोली लगाने के लिए किया जा रहा था। मामला तब हाईलाइट हुआ जब पुलिस को शिकायतें मिलने लगी कि ऐप पर हाई प्रोफाइल बिजनेस वीमेंस, एडवोकेट, समाजसेवी आदि मुस्लिम महिलाओं की फ़ोटो डाल कर उनकी बोली लगाई जा रही है। इसके बाद से पुलिस इन आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछा रही थी।