हावेरी (कर्नाटक), 11 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) कभी-कभी कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती है, जो सोचने को विवश करती है कि क्रोध क्या नहीं करा सकता है। ऐसी ही घटना कर्नाटक के हावेरी जिले से सामने आ रही है, जहां पर एक व्यक्ति ने बैंक में सिर्फ इसलिए आग लगा दी क्योंकि बैंक ने उसके लोन एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया था।
घटना हावेरी जिले के हेडिगोण्डा गांव के ब्यादगी तालुके की है, जहां पर विगत शनिवार शाम को वसीम हज़रतसब मुल्ला नामक व्यक्ति ने केनरा बैंक के एक ब्रांच में पहुंच कर आग लगा दी। दरअसल बैंक ने उसके लोन एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया था। सिर्फ इसी बैंक ने ही नहीं बल्कि कई बैंकों ने खराब CIBIL स्कोर के कारण उसका लोन एप्पलीकेशन रिजेक्ट कर दिया था।
इस बारम्बार के रिजेक्शन से क्रोधित मुल्ला शनिवार को पेट्रोल ले कर आया और बंद बैंक की खिड़की से बैंक के अंदर पेट्रोल डालकर आग लगा दिया। ज्ञात हो कि महीने का दूसरा शनिवार होने के कारण बैंक बंद था (ज्ञात हो कि बैंक नियमों के अनुसार हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बैंकों का अवकाश होता है।)
आग देखकर आसपास के कुछ लोगों ने तुरंत ही फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। साथ ही भागने की कोशिश कर रहे मुल्ला को लोगों ने पकड़ लिया। थोड़ी देर बाद दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई और आग को काबू पाने में सफल हुईं।
पुलिस ने जानकारी दी है कि बैंक के कैश काउंटर, सीसीटीवी, कंप्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर, कैश काउंटिंग मशीन, पंखे, डाक्यूमेंट्स और फर्नीचर सहित 12 लाख से ज्यादा की संपत्ति का नुकसान हुआ है। हालांकि किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस आरोपी को पकड़ कर पूछताछ कर रही है।
ज्ञात हो कि सिबिल स्कोर को ‘CIBIL (Credit Information Bureau India Limited)’ नाम की एक संस्था संचालित करती है। भारत में इस की स्थापना अगस्त 2000 में Credit सूचना कंपनी के रूप में कई गई थी। इस Company का मुख्य कार्य देश के नागरिकों के अलावा वाणिज्यिक संस्थाओं के क्रेडिट स्कोर को एकत्र करना और उनका रखरखाव करना है।
इसके अलावा यह ऋण और क्रेडिट कार्ड से संबंधित उधार और भुगतान आदि से संबंधित Credit Score भी रखती है। सिबिल स्कोर तभी खराब होता है अगर किसी ने लोन, क्रेडिट कार्ड आदि का भुगतान नहीं किया हो या बैंक का मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं किया हो। इसके अलावे भी कई कारणों से सिबिल स्कोर खराब होता है। इसके परिणामस्वरूप उस व्यक्ति को बैंक लोन, क्रेडिट कार्ड आदि देने से मना कर देता है।