ताजा खबर
भिखमंगे देश में खाने को नहीं आटा, पर कइयों के पास दुबई में अरबों-खरबों की संपत्ति, बड़े-बड़े नाम उजा...   ||    B-17 ने दूसरे विश्व युद्ध में बरपाया था कहर… संकट में फंसी Boeing के सबसे खतरनाक Military Aircrafts   ||    ‘खुद को अकेला महसूस करती थी’…छात्रों संग रंगरलियां मनाने वाली महिला टीचर ने कोर्ट में दी अजीब दलील   ||    Egypt में पिरामिड के पास मिला रहस्यमयी अंडरग्राउंड द्वार, अंदर हो सकती है 4500 साल पुरानी कब्र   ||    वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला धरती के आकार का नया ग्रह, यहां न दिन खत्म होता है न रात   ||    स्लोवाकिया के PM को 5 गोलियां मारी, साढ़े 3 घंटे की सर्जरी के बाद जान बची, जानें कौन है 71 वर्षीय हम...   ||    Petrol Diesel Price Today: जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत, जानें अपने शहर में ईंधन के नए रेट   ||    शहरी इलाकों में तीन महीनों में बढ़ गई बेरोजगारों की संख्या, एक साल में महिलाओं को मिली ज्यादा जॉब   ||    ऑनलाइन बिजनेस करने वालों के लिए खुशखबरी, Amazon देगा स्टार्टअप को 12.5 लाख रुपये की मदद, जानें पूरी ...   ||    Sunil Chhetri ने इंटरनेशनल फुटबॉल से लिया संन्यास, 6 जून को खेलेंगे आखिरी मैच   ||   

पालघर जिले में जीएसटी में 181 करोड़ का घोटाला, केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय ने एक को गिरफ्तार किया

Photo Source :

Posted On:Saturday, January 29, 2022

न्यूज हेल्पलाइन 29 जनवरी पालघर,      सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (सीजीएसटी) और पालघर कमिश्नरेट ने जिले में एक अकाउंटेंट को 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिल तैयार करने और जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए 181 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग दस्ते बनाए गए हैं।

यह पता चला है कि पालघर जिले में बारहवीं कक्षा तक पढ़ने वाले और स्वतंत्र रूप से काम करने वाले एक 27 वर्षीय व्यक्ति ने एक ग्राहक के नाम का इस्तेमाल किया, जो लेखाकार-सह-जीएसटी सलाहकार के रूप में काम करने के दौरान धोखाधड़ी करने के लिए उसके पास आया करता था। जीएसटी सीजीएसटी के डेटा विश्लेषण से प्राप्त विशिष्ट इनपुट के आधार पर, यह संदेह था कि मेसर्स निथिलन एंटरप्राइजेज माल या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना नकली चालान जारी करके नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट प्राप्त करने और पारित करने में शामिल था। उसकी जांच पालघर कमिश्नरेट करती जांच में अधिकारियों का यह गंभीर मामला सामने आया। यह मामला उपभोक्ताओं को जीएसटी के लिए पंजीकरण कराने और फिर उनके पंजीकरण का दुरुपयोग करने के लिए लुभाने के लिए देखा जा रहा है, जिसके बारे में संदेह है कि यह सिर्फ पालघर जिले में ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में फैल गया है।

एक हजार करोड़ का फर्जी बिल

केंद्रीय जीएसटी विभाग द्वारा सबूत दिखाने के बाद जिला लेखाकार ने लगभग 1,000 करोड़ रुपये के फर्जी बिलों का भुगतान करने का दोषी पाया है। उसने यह भी कबूल किया है कि उसने 180 करोड़ रुपये की नकली आईटीसी हासिल की और उसे पास कर दिया। उसे 25 जनवरी को सीजीएसटी अधिकारियों ने उसके कबूलनामे और जांच के तहत सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया था|


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.