ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

बहुत सस्ते होने वाले हैं पेट्रोल-डीजल के दाम! केंद्र ये कदम उठाने जा रहा है, जानिए आज के भाव !

Photo Source :

Posted On:Tuesday, November 15, 2022

आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी गिरावट होने वाली है। जी हाँ, हाल ही में मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल को वस्तु एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाने की तैयारी कर रही है. दरअसल, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने यह जानकारी दी है. हाल ही में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि 'पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने के लिए राज्यों की सहमति जरूरी है और अगर राज्य इस दिशा में पहल करते हैं तो केंद्र भी इसके लिए तैयार है.' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा- 'हम इसके लिए पहले से ही तैयार हो चुके हैं. यह मेरी समझ है। हालांकि, दूसरा मुद्दा यह है कि इसे कैसे लागू किया जाए। इस सवाल को वित्त मंत्री के सामने उठाया जाना चाहिए।'

आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग लंबे समय से चल रही है और इस मांग के बीच पेट्रोलियम मंत्री ने आशंका जताई कि राज्यों के बीच समझौते की संभावना कम ही है. दरअसल, उन्होंने कहा कि राज्यों के राजस्व का मुख्य स्रोत शराब और पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाला टैक्स है. इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि ''यह समझना कठिन नहीं है कि राज्यों को अपना राजस्व उनसे प्राप्त होता है. राजस्व प्राप्त करने वाला इसे क्यों छोड़ना चाहेगा? केवल केंद्र सरकार को महंगाई और अन्य चीजों की चिंता है.''

इस दौरान उन्होंने केरल हाई कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि इस मामले को जीएसटी काउंसिल में ले जाने का सुझाव दिया गया था लेकिन राज्यों के वित्त मंत्री इसके लिए राजी नहीं हुए. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट की संभावना के बारे में पूछे जाने पर हरदीप पुरी ने कहा, 'मैं आपके सवाल से हैरान हूं. पिछले एक साल में इनकी कीमतों में सबसे कम बढ़ोतरी शायद भारत में हुई है. मॉर्गन स्टैनली भी कह रहा है कि भारत दुनिया में सबसे अच्छी स्थिति में रहा है।''

उन्होंने आगे कहा, 'भारत ने उत्पाद शुल्क में कमी जैसे कदम उठाकर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के असर से खुद को सुरक्षित रखा है. मैं काल्पनिक सवालों का जवाब नहीं देता, लेकिन केंद्र सरकार की कोशिश रहेगी कि कीमतें स्थिर रहें.'


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.