ताजा खबर
ICICI और Yes Bank के सर्विस चार्ज बदले, Axis ने भी किया बड़ा ऐलान   ||    मलेशियाई नौसेना के हेलीकॉप्टर हवा में टकराए, 10 की मौत   ||    लोकसभा चुनाव 2024: सबसे बड़ा लोकतंत्र मतदान क्यों नहीं कर रहा?   ||    Earth Day 2023: पृथ्वी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?   ||    फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||   

रिसर्च में दावा, गले लगने से तनाव होता है कम, याददाश्त के लिए भी जरूरी गले लगना

Photo Source :

Posted On:Monday, October 3, 2022

मुंबई, 03 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुश्किल परिस्थिति में अगर कोई अपना गले लगाए तो तनाव कम महसूस होता है। रिसर्च बताती है कि ऐसा महिलाओं के संदर्भ में ज्यादा होता है। 76 लोगों पर की गई रिसर्च में यह सामने आया कि जब किसी अपने को महिला गले लगाती है, तब उस व्यक्ति में कोर्टिसोल नाम का तनाव हॉर्मोन का कम उत्पादन होता है। यह किसी पुरुष के गले लगाने से नहीं होता। यह रिसर्च अमेरिका के एरिजोना यूनिवर्सिटी में की गई। रिसर्चर्स के मुताबिक, कोर्टिसोल मेमोरी पर प्रभाव डाल सकता है, जो तनावपूर्ण कार्य को आगे और भी कठिन बना सकता है। किसी व्यक्ति के द्वारा स्नेहपूर्वक तरीके से गले लगाने से ऑक्सीटोसिन नाम के हॉर्मोन का उत्पादन होता है। यह कोर्टिसोल के प्रभाव को कम करता है।

रिसर्च के मुताबिक, इसका सामाजिक कारण भी हो सकता है। कई पुरुष गले लगाने के बारे में उतना अच्छा महसूस नहीं करते, क्योंकि उन्हें सामाजिक रूप से पुरुषों के लिए असामान्य या अजीब माना जाता है। दूसरा कारण किसी महिला और पुरुष के बीच स्पर्श करने का भी हो सकता है। ऐसी ही रिसर्च 2018 में भी की गई थी। इसमें कहा गया था कि किसी नकारात्मक घटना के बाद किसी अपने के गले लगने से व्यक्ति बेहतर महसूस करता है। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि गले लगाने से पहले यह भी समझें कि सामने वाले को उसकी जरूरत है भी या नहीं, क्योंकि सामने वाले की मनोस्थिति ही गले लगने पर उसके असर को बता सकेगी। इस स्टडी के नतीजे नेचर जर्नल में प्रकाशित किए गए हैं।


लखनऊ और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. Lucknowvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.