साउथ अफ्रीका में सबसे पहले पाया गया कोविड-19 का नया वैरिएंट दुनिया भर के सभी देशों को डरा रहा है. ऐसे में नोवावैक्स इंक ने शुक्रवार को कहा कि उसने साउथ अफ्रीका में पाए गए वैरिएंट को टारगेट करते हुए, वैक्सीन बनाने जा रहा है. इसका टेस्ट और इसे बनाने का काम अगले कुछ हफ्तों में शुरू कर दिया जाएगा.
कंपनी के कोविड -19 शॉट में वायरस के स्पाइक प्रोटीन का असल वर्जन होता है, जो बीमारी का कारण नहीं बन सकता है लेकिन इम्यून सिस्टम को ट्रिगर कर सकता है.
वैक्सीन डेवलपर ने कहा है कि उन्होंने विशेष रूप से वैरिएंट ओमाइक्रोन (B.1.1.1.529) के जाने हुए जेनेटिक सीक्वेंस के आधार पर स्पाइक प्रोटीन विकसित करना शुरू कर दिया है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'शुरुआती काम में कुछ हफ्ते लगेंगे." ऐसे में शुक्रवार को कंपनी के शेयर करीब 9 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुए हैं.
नोवावैक्स के टीके को इस महीने की शुरुआत में इंडोनेशिया में इसके बाद फिलीपींस में पहली बार आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है. कंपनी ने कहा है कि वह साल के अंत तक यू.एस. अप्रूवल के लिए फाइल करने की राह पर है. इसने यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी के साथ-साथ कनाडा में भी अप्रूवल के लिए आवेदन किया है.