मुंबई, 7 फरवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 5,261 हो गई है। हजारों लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच तुर्किये के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन ने 10 राज्यों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी लगा दी है। यह इलाके भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। एर्दोआन ने बताया कि तुर्किये में 70 देशों ने मदद भेजने का ऐलान किया है। इधर, भारत ने भी तुर्किये को मदद भेजी है। इंडियन एयरफोर्स का C 17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तुर्किये के हालात पर चिंता जाहिर की। मोदी भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कहा, आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं। भुज में आए भूकंप में 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। घायलों का आंकड़ा 68 हजार से ज्यादा था।
आपको बता दे, तुर्किये में 3,549 लोगों की जान जा चुकी है और 20 हजार 534 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, सीरिया में 1,712 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं। WHO ने बताया कि भूकंप प्रभावितों की संख्या 2 करोड़ 30 लाख तक हो सकती है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है। तुर्किये की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने बताया कि 11 हजार 342 इमारतों के धराशायी होने की खबर है। तुर्किये में 8 हजार लोगों को मलबे से निकाला गया है। देश के एक करोड़ 30 लाख लोग किसी न किसी तरीके से भूकंप से प्रभावित हुए हैं। साथ ही भारत में तुर्किये में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करने के लिए दिल्ली में तुर्की के दूतावास में तुर्की का झंडा आधा झुकाया गया है।