मुंबई, 30 नवम्बर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। अमेरिका ने एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने उसके अधिकारियों को धमकी दी है। उसने अमेरिकी अधिकारियों को भारत-चीन रिश्तों पर कुछ न कहने की चेतावनी दी है। पेंटागन की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन, भारत के साथ बॉर्डर पर भी टेंशन कम करना चाहता है। इसके पीछे चीन का मकसद साफ समझ आ रहा है। चीन नहीं चाहता कि भारत और अमेरिका की नजदीकियां बढ़ें। चीन को आशंका है कि अगर भारत और अमेरिका की नजदीकियां बढ़ीं, तो हो सकता है कि भारत, चीन के साथ अपने रिश्तों में कटौती कर दे। ऐसा हुआ तो चीन के ट्रेड पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।
आपको बता दे, अप्रैल-मई 2020 में चीन ने ईस्टर्न लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में एक्सरसाइज के बहाने सैनिकों को जमा किया था। इसके बाद कई जगह पर घुसपैठ की घटनाएं हुई थीं। भारत सरकार ने भी इस इलाके में चीन के बराबर संख्या में सैनिक तैनात कर दिए थे। हालात इतने खराब हो गए कि 4 दशक से ज्यादा वक्त बाद LAC पर गोलियां चलीं। इसी दौरान गलवान घाटी में 15 जून की रात भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। चीन के सैनिकों ने रात के समय कांटेदार तारों से लिपटे रॉड और डंडों से भारतीय सैनिकों पर हमला किया था।
दरअसल, भारत-चीन बॉर्डर का जिक्र करते हुए पेंटागन ने एक रिपोर्ट में लिखा कि 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई। बावजूद इसके चीन ने लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) में सैनिकों की तैनाती की। वो अब भी वहां इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। दोनों देशों के बीच कई बार सैन्य स्तर की बातचीत हुई पर इसका कोई नतीजा नहीं निकला।