पाकिस्तान से आए दिन कुछ न कुछ ऐसा जरूर सुनने मिलता है, जो किसी के भी दिल को दहला दे. ऐसी ही एक और खबर सामने आई है. दरअसल, डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, एक चौंकाने वाली घटना में, पाकिस्तान के सियालकोट में भीड़ ने एक श्रीलंकाई नागरिक को प्रताड़ित किया और उसके शरीर को जला दिया. ऐसे में स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए भारी पुलिस बल को इलाके में भेजा गया है.
बुधवार को हुई इस घटना को कथित ईशनिंदा का एक और मामला बताया जा रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सियालकोट जिला पुलिस अधिकारी उमर सईद मलिक ने कहा कि प्रियंता कुमारा के रूप में पहचाने जाने वाले व्यक्ति की पहचान श्रीलंकाई नागरिक के रूप में हुई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना सियालकोट के वजीराबाद रोड पर हुई, जहां कथित तौर पर निजी कारखानों के श्रमिकों ने एक कारखाने के एक्सपोर्ट मैनेजर पर हमला किया और उसकी हत्या कर उसके शरीर को जला दिया. सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में सैकड़ों आदमियों और युवा लड़कों को साइट पर जमा हुए देखा जा सकता है. कुछ वीडियो में लोगों को "लब्बैक या रसूल अल्लाह" के नारे लगाते हुए सुना जा सकता है.
पाकिस्तान के पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने हत्या का संज्ञान लेते हुए इसे "बहुत दुखद घटना" करार दिया है, जबकि सियालकोट पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि शुरुआती जांच के बाद बाकी जानकरी मीडिया के साथ साझा की जाएगी. बुजदार ने पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट तलब की है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
2010 में सियालकोट में इसी तरह की एक घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया था, जब गुस्साई भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में दो भाइयों को डकैत घोषित कर पीट-पीट कर मार डाला था. इस घटना ने पूरे देश में सदमे और दहशत फैला दी थी, क्योंकि जघन्य हत्याओं के सेलफोन फुटेज वीडियो-शेयरिंग साइटों पर अपलोड किए गए थे.