लखनऊ, 6 अक्टूबर (न्यूज हेल्पलाइन) उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन से शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक अड्डा बनते जा रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि अगले साल 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसी क्रम में आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के दौरे पर जा रहे हैं। हालांकि यूपी सरकार ने राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी यात्रा की अनुमति देने से इनकार किया है।
इस बारे में बात करते हुए लखनऊ पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने कहा कि सरकार ने राहुल गांधी को अनुमति देने से इनकार कर दिया है। अगर वह लखनऊ आते हैं, तो हम उनसे हवाई अड्डे पर लखीमपुर खीरी और सीतापुर नहीं जाने का अनुरोध करेंगे। लखीमपुर और सीतापुर के एसपी और डीएम ने हमें कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर उन्हें आने से रोकने का आग्रह किया है।
अपने लखीमपुर खीरी दौरे के दौरे की तैयारी के मद्देनजर राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में धारा 144 लागू है यह केवल 5 लोगों को रोकती है, हम 3 लोग जा रहे हैं। हमने उनको चिट्ठी लिख दिया है। विपक्ष का काम दबाव बनाने का है ताकि कार्रवाई हो। आज हम दो मुख्यमंत्रियों के साथ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जाएंगे और वहां की स्थिति को समझेंगे और किसानों के परिवारों का समर्थन करेंगे। हां, प्रियंका को नजरबंद किया गया है, लेकिन यह किसानों से जुड़ा मामला है। हम नहीं रुकेंगे।
राहुल गांधी ने मीडिया पर भी हमला बोलते हुए कहा कि इस मुद्दे को उठाना मीडिया की जिम्मेदारी है, लेकिन जब हम सवाल पूछते हैं, इस मुद्दे को उठाते हैं, तो आप (मीडिया) कहते हैं कि हम राजनीति कर रहे हैं। आगे राहुल गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि किसानों को जीप से कुचला जा रहा है, उनकी हत्या की जा रही है, इस घटना (लखीमपुर खीरी घटना) में एक केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे का नाम सामने आ रहा है। आज प्रधानमंत्री लखनऊ गए लेकिन लखीमपुर खीरी नहीं गए। यह किसानों पर सुनियोजित हमला है।