समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने एक ट्वीट को लेकर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। दरअसल, अखिलेश यादव ने सोमवार को अपने ट्विटर हैंडल पर वर्कशॉप में सर्विसिंग के लिए जा रही क्षतिग्रस्त बस की तस्वीर को यात्री बस बताकर शेयर किया था । फिर सोशल मीडिया यूजर्स ने अखिलेश पर जमकर निशाना साधा। वहीं, यूपी रोडवेज के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर रिप्लाई कर अखिलेश यादव को भी आर्किटेक्चर की जानकारी दी गई ।
वहीं परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने सपा मुखिया के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि अखिलेश सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट करते रहते हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें बनारस की वरुणा नदी गंदगी और जलकुंभी से भरी नजर आ रही थी, जबकि वह फोटो उनके (सपा सरकार) शासन के दौरान की थी। वहीं आज उन्होंने रायबरेली डिपो से क्षतिग्रस्त बस की तस्वीर यात्री बस बताकर पोस्ट की, जबकि हकीकत यह है कि यह बस क्षेत्रीय कार्यशाला लखनऊ में मरम्मत के लिए जा रही थी. बस में एक भी यात्री मौजूद नहीं था। अखिलेश को ट्विटर की राजनीति करने से बचना चाहिए।
अपने ट्वीट को लेकर अखिलेश यादव को सोशल मीडिया यूजर्स के गुस्से का भी सामना करना पड़ा है. लोगों ने उन्हें लगातार फर्जी जानकारी देने के लिए आड़े हाथों लिया है। लोगों ने यहां तक लिखा कि अखिलेश यादव जब असली मुद्दों से जीत नहीं पाए तो अब उन्होंने फर्जी तस्वीरों के जरिए प्रोपेगेंडा फैलाना शुरू कर दिया.