नई दिल्ली, 22 मई - कोरोना संक्रमण की चल रही दूसरी लहर के बीच, दिल्ली बार काउंसिल ने लगभग 2500 वकीलों और उनके परिवार के सदस्यों को 3.5 करोड़ से ज़्यादा रुपयों की मदद पहुँचाई है।
सभी व्यापारों की तरह कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर ने कानूनी उद्योग को भी प्रभावित किया है जहां हजारों वकीलों को स्वास्थ्य और आर्थिक मुद्दों का सामना करना पद रहा है।
दिल्ली बार काउंसिल द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि, वकीलों के निकाय ने इस माहौल से लड़ने के लिए एक योजना बनाई जिसके तहत बार काउंसिल के 2500 सदस्यों तक मदद पहुँचाई गयी। वकीलों के निकाय ने अपने सदस्यों और उनके परिवारों को गुणवत्तापूर्ण उपचार प्रदान करने के लिए एक कोविड फंड बनाया और राज्य सरकार द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी ने वकीलों और उनके रिश्तेदारों को तत्काल सुचारू अस्पताल में भर्ती के लिए पर्याप्त सहायताएं प्रदान की।
बार काउंसिल के बयान में विभिन्न सहायता का विवरण बताया गया है की होम क्वारंटाइन के तहत प्रत्येक वकील - 15,000/- रुपये (आज तक, 2287 वकील लाभान्वित हो चुके हैं) अस्पताल में भर्ती हुए प्रत्येक वकील को - 50,000/- रुपए (अभी तक 33 वकील लाभान्वित हो चुके हैं), 110 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रचलन में है जो होम डिलीवरी और रिफिलिंग सुविधा में इस्तेमाल हो रहे है । वकीलों के निकाय ने कहा कि अब तक 2320 नामांकित वकीलों और उनके परिवार को लाभान्वित किया जा चुका है जिसके तहत 3 करोड़ 59 लाख 55 हज़ार रुपये खर्च हो चुके हैं।
बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के कार्यकारी समिति के अध्यक्ष और प्रवक्ता मनोज के सिंह ने कहा, "जैसा कि हम जानते हैं कि महामारी की दूसरी लहर सभी के लिए कितनी गंभीर है और यह हमारी कानूनी बिरादरी के लिए भी है। हमारे कई सदस्य असमर्थ हैं वित्तीय समस्याओं के कारण उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के लिए, और इसलिए इन चुनौतीपूर्ण समय में, यदि हम आगे नहीं आते हैं, तो और कौन करेगा। हम इतने सारे जीवन को छूकर खुश और विनम्र हैं, और हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक यह महामारी खत्म नहीं हो जाती।”
बता दे मिलीं जानकारी के अनुसार वकीलों का निकाय वकीलों की सहायता करने के लिए क्राउडफ़ंडिंग की भी शुरुआत करेगा ।