मुंबई, 04 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केरल में कम से कम 873 पुलिस कर्मी प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने केरल पुलिस चीफ को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। अब राज्य के सब-इंस्पेक्टर (SI) और स्टेशन हेड ऑफिसर (SHO) रैंक के अधिकारी और सिविल पुलिस कर्मी केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं। इन अफसरों के बैंक अकाउंट्स और पैसे के लेन-देन का ब्योरा जुटाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, NIA की लिस्ट में स्पेशल ब्रांच, इंटेलिजेंस, लॉ और ऑर्डर विंग से संबंधित कर्मी और केरल पुलिस के अधिकारियों के ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी शामिल हैं। आरोप है कि इन लोगों ने पुलिस की ओर से की गई छापेमारी सहित कई जानकारियां लीक की हैं।
आपको बता दे, NIA, ED और राज्यों की पुलिस ने 22 और 27 सितंबर को PFI और उससे जुड़े संगठनों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। 2 दिन के भीतर 278 गिरफ्तारियां हुईं। जांच एजेंसियों को PFI के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले। इसके बाद यह कार्रवाई की गई। हालांकि, इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शन भी किए गए। सबसे ज्यादा प्रदर्शन केरल राज्य में हुआ। तो वही सरकार ने 28 सिंतबर को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया, यानी PFI को 5 साल के लिए बैन कर दिया। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई है। इन सभी के खिलाफ टेरर लिंक के सबूत मिले हैं। केंद्र सरकार ने यह एक्शन (अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) UAPA के तहत लिया है। सरकार ने कहा कि PFI और उससे जुड़े संगठनों की गतिविधियां देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।