अररिया (बिहार), 29 जनवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) जब किसी बच्ची के साथ यौन अपराध होता है, तो उससे घृणित कुछ भी नहीं होता है। उसपर भी जब दोषी को सजा देने में विलंब होता है, तब अपराध और बड़ा हो जाता है। मगर इसके विपरीत कुछ मामलों में अदालतें इतनी तीव्रता दिखाती है कि न्याय पर विश्वास और भी बढ़ जाता है।
ऐसा ही कुछ बिहार के अररिया में हुआ है, जहां पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत एक विशेष अदालत ने छह साल की बच्ची से बलात्कार के लिए एक व्यक्ति को मौत की सजा सुनाई है, वह भी मात्र 56 दिनों की सुनवाई में। यह एक रिकॉर्ड है। पीड़िता के वकील एलपी नायक ने बताया कि कोर्ट ने पीड़िता को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का भी निर्देश दिया है।
इस केस के बारे में अररिया के पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 6 साल की बच्ची से रेप के मामले में 2 दिसंबर 2021 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोपी के खिलाफ आईपीसी, एससी एंड एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था।