नई दिल्ली, 27th जुलाई 2021
भारतीय स्टेट बैंक के कंसोर्टियम को विजय माल्या को दिए गए कर्ज की वसूली से जुडी अच्छी खबर ब्रिटेन की अदालत ने दी है। ब्रिटेन की अदालत ने भगोड़े बिज़नेस मेन, किंगफिशर एयरलाइंस के संस्थापक और डायरेक्टर विजय माल्या को दिवालिया घोषित कर दिया है।
अब इस खबर से भारतीय स्टेट बैंक के कंसोर्टियम को विजय माल्या को दिए गए लोन की वसूली करने में मदद मिलेगी, अब सरकारी एजेंसियो को माल्या की वैश्विक स्तर की संपत्ति को जब्त करना आसान हो जायेगा ।
सोमवार को लंदन हाई कोर्ट के उच्चतम न्यायालय प्रभाग के मुख्य न्यायाधीश माइकल ब्रिग्स ने मामले की ऑनलाइन सुनवाई की थी। ऑनलाइन सुनवाई के दौरान उन्होंने अपने फैसले में कहा, ‘‘मैं डॉ विजय माल्या को दिवालिया घोषित करता हूं।’’ लंदन की लॉ फर्म टीएलटी एलएलपी और मार्सिया शेकरडेमियन ने भारतीय बैंकों का प्रतिनिधित्व किया था।
विजय माल्या ने पिछले दशक के दौरान भारत के कई बैंकों से हजारों करोड़ों का कर्ज लेकर २ मार्च 2016 को यह कहकर ब्रिटेन चले गए थे कि, अब वह अपने बच्चों के साथ लंदन रेहना चाहते है। कई सालों से भारत सरकार, सेंट्रल बुएरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन और एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने उसे ब्रिटेन से वापस भारत लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। ब्रिटेन की कोर्ट का यह फैसला विजय माल्या के लिए सबसे बड़ा झटका है।
केंद्रीय एजेंसियों ने विजय माल्या की संपत्तियां जब्त करती रही और हाल ही में एनफोर्समेंट डिरेक्टरटरे ने विजय माल्या की जब्त की गईं संपत्तियों की नीलामी की थी, जिससे भारतीय स्टेट बैंक और उसकी कंसोर्टियम वाले बैंकों को 5800 करोड़ रुपये से ज्यादा वसूले गए थे ।