नई दिल्ली, 20 अप्रैल। देश में उदारीकरण की शुरुआत होने के बाद सालों साल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बढ़ता गया है। हर साल लाखों की संख्या में नए क्रेडिट कार्ड जारी होते हैं, लेकिन कोरोना के संक्रमण ने क्रेडिट कार्ड के कारोबार पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। फरवरी महीने में देश में जारी होने वाले नए क्रेडिट कार्ड्स की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है।
डिजिटल पेमेंट्स ट्रैकर रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी में देश में 5.49 लाख नए क्रेडिट कार्ड जारी हुए हैं। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले इसमें 47 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि तिमाही आधार पर इसमें 22 फीसदी की गिरावट रही है। फरवरी में क्रेडिट कार्ड्स जारी होने के बाद देश में कुल क्रेडिट कार्ड बेस 6.16 करोड़ हो गया है।
इस रिपोर्ट के अनुसार फरवरी में आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में देश का सबसे बड़ा बैंक रहा है। इसका मार्केट शेयर 36.1 फीसदी रहा है। वहीं 18.1 फीसदी मार्केट शेयर के साथ एसबीआई कार्ड दूसरे और 18 फीसदी मार्केट शेयर के साथ एक्सिस बैंक तीसरे स्थान पर रहा है। वित्त वर्ष 2021 में क्रेडिट कार्ड सेगमेंट में आईसीआईसीआई बैंक 32.4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ टॉप पर है। जबकि 30.6 फीसदी हिस्सेदारी के साथ एसबीआई कार्ड दूसरे स्थान पर है।
डिजिटल पेमेंट्स ट्रैकर रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी में क्रेडिट कार्ड के औसत मासिक खर्च में भी गिरावट आई है। फरवरी में क्रेडिट कार्ड का औसत मासिक खर्च 9800 रुपये रहा है। इसके पहले पिछले चार महीनों के दौरान औसत मासिक खर्च 10,500 से 11,000 रुपये के बीच रहा था। इसी तरह प्रति कार्ड ट्रांजेक्शन की औसत संख्या भी घटकर 2.6 रह गई है, जो पिछले चार महीने के दौरान 2.9 थी।
इस रिपोर्ट के मुताबिक एक्सिस बैंक को छोड़कर अधिकांश बैंकों के प्रति कार्ड खर्च में भी गिरावट आई है। एचडीएफसी बैंक, एसबीआई कार्ड और सिटी बैंक के प्रति कार्ड खर्च में 1200-1500 रुपये तक की गिरावट आई है। जबकि अन्य बैंकों के प्रति कार्ड खर्च में मामूली गिरावट आई है।
माना जा रहा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार का असर क्रेडिट कार्ड बाजार पर भी पड़ा है। डिजिटल पेमेंट्स ट्रैकर रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना के केसों में बढ़ोतरी और कई राज्यों मे लगाए गए लॉकडाउन और अन्य पाबंदियों के कारण क्रेडिट कार्ड मार्केट की रिकवरी पर भी असर पड़ सकता है।