नई दिल्ली, 4 अगस्त 2021 एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने यस बैंक और अन्य बैंक के साथ हुए 466 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में अवंता ग्रुप ऑफ कंपनीज (Avantha Group) के प्रमोटर गौतम थापर पर अपनी जांच शुरू कर दी है । एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने मंगलवार को मुंबई और दिल्ली सहित 14 स्थानों पर तलाशी की और गौतम थापर के कई परिसरों पर छापे मारने के बाद, 3 अगस्त की देर शाम को गौतम थापर को प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है ।
आज गौतम थापर को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा जहां एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट उससे पूछताछ के लिए अदालत से उनकी कस्टडी मांगी जाएगी। एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की इस गिरफ़्तारी के पहले पहले सीबीआई (CBI) ने गौतम थापर और उनके अन्य सहयोगी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी । इसी के आधार पर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने उन सभी के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत अपनी जांच शुरू कर दी है।
सीबीआई ने अपनी जांच के सिलसिले में पिछले महीने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, हैदराबाद और सिकंदराबाद सहित 15 स्थानों पर छापे मारे थे जहां से उन्हें सबूत के तौर पर आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डाक्यूमेंट्स बरामद हुए थे ।
यह मामला यस बैंक के चीफ विजिलेंस ऑफिसर आशीष विनोद जोशी एक शिकायत और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और 10 अन्य बैंकों के एक समूह की ओर से एक शिकायत पर आधारित है। गौतम थापर और अन्य आरोपियों पर 466 करोड़ रुपये के बैंक का सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने, आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जालसाजी करके का आरोप है।